संदीप शर्मा, विदिशा। मध्यप्रदेश में भले ही चारों ओर विकास की बात की जा रही हो, लेकिन विदिशा जिला मुख्यालय की नई रायपुरा बस्ती के वार्ड नंबर-1 के लोग विकास से कोसों दूर हैं। विकास के नाम पर यहां के लोगों के पास कोई सुविधा नहीं है। बरसात का मौसम आते ही लोगों की परेशानियां बढ़ जाती हैं। पक्की सड़कें नहीं होने से वार्ड में कीचड़ का अंबार लग जाता है। वहीं बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं। यदि कोई बीमार हो जाए तो अस्पताल तक ले जाने में दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। इस लेकर स्थानीय लोगों ने कई नेताओं को आवेदन दिया गया है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।

स्थानीय लोग पार्षद अरुण मांझी से नाराज दिखे। वार्ड वासियों ने बताया कि एक बालक के पैर पर प्लास्टर चढ़ा है, उसे खटिया पर बैठाकर रास्ता पार कराया जाता है। बताया कि पार्षद साहब आते हैं और देखकर चले जात हैं। उनके द्वारा काम कराए जाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन आज तक वार्ड में कुछ भी काम नहीं हुआ है।

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स्थानीय विधायक शशांक भार्गव ने बताया कि रायपुरा की नई बस्ती का एक स्थाई पुराना रास्ता था। जिस पर तार फेंसिंग कर बंद दिया गया है। इसके अलावा दूसरा रास्ता एक पुलिया ने निकलकर जाता है। दो साल पहले विधायक निधि से नगर पालिका को रास्ता बनाने के लिए राशि दी थी, लेकिन नगर पालिका के काम आज तक पूरे नहीं हुए हैं।

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उन्होंने बताया कि नई रायपुरा बस्ती के निवासियों के साथ मेरी सहानुभूति है। वे लोग अपने स्तर पर कई बार आवेदन भी दे चुके हैं। वहीं इस संबंध में एसडीएम गोपाल सिंह वर्मा का कहना है कि मीडिया के द्वारा मामले की जानकारी प्राप्त हुई है। रास्ते को लेकर तत्काल जांच कराकर इसे संज्ञान में लिया जाएगा।

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