जिला अस्पताल के महिला वार्ड में सिर्फ एक स्टाफ नर्स की ड्यूटी है और ये नर्स दूसरी मरीज को देखने गई थी. स्टोर रूम की चाबी इस नर्स के पास ही रहती है, लेकिन प्रमोद ये चाबी लेकर गया था.
दमोहः दमोह जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल यानी जिला अस्पताल में सोमवार की देर रात जो हुआ उसे सुनकर आप सन्न रह जायेंगे. सोमवार की रात यहां एक वार्डब्वॉय ने एक नाबालिग बीमार बच्ची को बंधक बना लिया और स्टोर रूम में ले जाकर उससे ज्यादती की कोशिश की. वार्डब्वॉय के जबरदस्ती करने की कोशिश करने पर बच्ची ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया. जिसके बाद वार्डब्वॉय ने बीमार बच्ची को मार-पीट कर उसे स्टोर रूम में ही बंद कर दिया और वहां से चला गया. जिसके कुछ देर तक बच्ची ऐसे ही बदहवास हालत में स्टोर रूम में ही पड़ी रही.
बच्ची की मां के मुताबिक उसकी नाबालिग लड़की बीते पांच दिनों से टायफायड से जूझ रही है और जिला अपस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती है. सोमवार देर रात लड़की के सो जाने के बाद उसके साथ वार्ड में रह रही उसकी मां की आंख लग गई, लेकिन अचानक जब उसकी नींद खुली तो लड़की पलंग से गायब थी. उसे लगा शायद टॉयलेट गई होगी उसने अस्पताल का टायलेट चेक किया, लेकिन लड़की वहां नहीं थी तभी पास बने स्टोर रूम से आवाज आई, लेकिन स्टोर रूम में ताला लगा हुआ था और चाबी अस्पताल का वार्डबॉय प्रमोद लिए था.
अस्पताल के स्वीपर ने फोन करके प्रमोद नाम के वार्डबॉय को बुलाया और उसने स्टोर का ताला खोला, लेकिन जब लड़की ने पूरी वारदात बताई तो पता चला बच्ची को इस हालत में पहुंचाने वाला कोई और नहीं प्रमोद ही था. लड़की की मां और दूसरे मरीजों के तीमारदारों ने प्रमोद नाम के आरोपी को पकड़ना चाहा, लेकिन वो भाग खड़ा हुआ. बता दें जिला अस्पताल के महिला वार्ड में सिर्फ एक स्टाफ नर्स की ड्यूटी है और ये नर्स दूसरी मरीज को देखने गई थी. स्टोर रूम की चाबी इस नर्स के पास ही रहती है, लेकिन प्रमोद ये चाबी लेकर गया था और फिर उसने इस वारदात को अंजाम दिया.
वहीं अस्पताल स्टाफ की मानें तो जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में प्रमोद दो सालों से काम कर कर है, लेकिन वो स्टाफ में शामिल नहीं है. मतलब वो सरकारी कर्मचारी नहीं है और निशुल्क अस्पाल को अपनी सेवाएं दे रहा है और अब अस्पताल प्रबंधन इसकी जांच कर रहा है, लेकिन एक सरकारी अस्पताल में हुई इस वारदात के बाद सनसनी फैली हुई है. फिलहाल पीड़ित लड़की की हालत ठीक नहीं है और डॉक्टर उसे अपनी देखरेख में रखे हुए है वहीं पुलिस आरोपी वार्डबॉय की तलाश कर रही है.