रायपुर. राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण बैंक (नाबार्ड) ने साल 20-21 के लिए स्टेटस रिपोर्ट पेश की है. नाबार्ड ने छत्तीसगढ़ में बैंकों को इस साल 34 हज़ार करोड़ के कर्ज देने का प्रस्ताव दिया है. इस रिपोर्ट में नाबार्ड ने हाईटेक कृषि पर जोर दिया है.

इस मौके पर पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव शामिल हुए. उन्होंने नाबार्ड से किसानों को ऋण देने के साथ राज्य की जल परियोजनाओं को लेकर सहयोग मांगा. उन्होंने नाबार्ड से बैल मैटल के कारीगरों को फाइनेंस करने की मांग की. जिसे नाबार्ड ने स्वीकारते हुए पांच साल तक उन्हें ऋण देने की घोषणा की है.

नाबार्ड ने कहा है कि अगर राज्य सरकार प्रस्ताब देगा तो वो चावल से एथेनॉल बनाने में राज्य सरकार की मदद करेगा. नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एम सोरेन ने कहा कि एथेनॉल बनाने में नाबार्ड मदद कर रहा है. अगर राज्य सरकार उन्हें प्रस्ताव देती है तो यहां भी चावल से इथेनॉल बनाने में वो मदद करेगी.