मुंबई। फिल्म जगत की मशहूर कलाकार नर्सिग की आज 39वीं पुण्यतिथि हैं. आज ही के दिन पेंक्रियाटिक कैंसर से उनका 3 मई 1981 को मुंबई के ब्रीच क्रेंडी हॉस्पिटल में उनका निधन हो गया था. सुनील दत्त की पत्नी और संजय दत्त की मां के बारे में आप बहुत कुछ जानते हैं, लेकिन यहां हम जो बता रहे हैं, वह आप शायद ही जानते होंगे…

नर्गिस से फिल्म उद्योग ऐसे समय छोडा जब वे सफलता की शिखर पर बैठीं थी, उन्होंने फिल्म लाइन को छोड़कर 11 मार्च, 1958 को सुनील दत्त के साथ शादी कर घर गृहस्थी संभालने लगीं. संजय दत्त, नम्रता और प्रिया जब बड़े हुए तो फिर से एक्टिव हो गईं, लेकिन इस बार फिल्म में नहीं बल्कि संसद में, और यहां भी उन्होंने अपनी भूमिका मंझे हुए राजनीतिज्ञ की तरह संभाली और महिलाओं की आवाज को बुलंद किया.

इसके अलावा वे मूक-बधिरों की संस्था स्पास्टिक सोसायटी ऑफ इंडिया से सक्रिय रूप से जुड़ी हुईं थी. उन्होंने अजंता आर्ट्स क्लचरल ट्रूप का गठन कर नामी कलाकारों और गायकों को शामिल किया, जो सीमा पर जाकर सैनिकों को मनोरंजन किया करते थे.

नर्गिस नहीं फातिमा राशिद था नाम

नर्गिस का मूल नाम फातिमा राशिद था. उनकी मां जद्दन बाई इलाहाबाद की मशहूर गायिका और बाद में फिल्मी शख्सियत थीं, वहीं उनके पंजाबी हिन्दू ब्राह्मण मोहनचंद उत्तमचंद थे, जो धर्म परिवर्तन के बाद अब्दुल रशीद बन गए थे. नर्गिस ने महज 5 साल की उम्र में तलाश-ए-हक के साथ पहली बार पहली बार फिल्मों में प्रवेश किया. इसके बाद उन्होंने 14 साल की उम्र में अपने समय के मशहूर अभिनेता मोतीलाल के साथ 1943 में काम शुरू किया. इसके बाद सिलसिला शुरू हुआ और बाद में राजकपूर के साथ एक के बाद एक सुपर हिट फिल्में दी.

और सुनील दत्त बन गए जीवनसाथी

नर्गिस का राजकपूर से साथ लंबे समय तक संबंध रहा, जिनकी पहले से ही शादी हो चुकी थी, और बच्चे थे. बताया जाता है कि नर्गिस ने राजकपूर को तलाक लेकर शादी करने के लिए कहा, जिसके लिए राजकपूर राजी नहीं हुए. इस बीच मदर इंडिया की वह आग वाली घटना हो गई, जिसमें सुनील दत्त ने जान पर खेलकर नर्गिस की जान बचाई. इसके बाद नर्गिस ने राजकूपर से अपना 9 साल का रिश्ता खत्म कर सुनील दत्त के साथ 11 मार्च 1958 को शादी कर लिया.

हल्की कसीदाकारी वाली सफेद सूती साड़ी

नर्गिस की बेटी नम्रता के एक अखबार को बताए अनुसार, नर्गिस को सफेद साड़ियों का काफी शौक था, वे बताते हैं कि उनकी मां को हल्की कसीदाकारी वाली सफेद सूती साड़ी काफी पसंद हुआ करती थी. उन्हें गहनों का शौक नहीं था, दो सोने की चूड़ियों के अलावा मोतियों की माला पहना करती थीं. बाद में उन्होंने रुद्राक्ष माला पहनना शुरू कर दिया. इसी माला से वह पाठ भी किया करतीं थी.

और फोन पर घंटों बात करने का शौैक

नम्रता के अनुसार, उनकी मां नर्गिस को फोन पर घंटों बात करने का शौक था, यहां तक मालिश कराते समय भी फोन पर बातें किया करती थी. वे बताती हैं कि जब वे दरी पर मसाज करा रहीं होती थी, उनके बगल में फोन रख दिया जाता था, जिससे वे बात करती रहें. इस पर उनके पिता सुनील दत्त टिप्पणी किया करते थे कि बात करते समय कोई कैसे बात करते हुए रिलेक्स हो सकता है.

पानी पुरी और क्रिकेट का शौक

बताया जाता है कि नर्गिस भले ही स्टार रही हों, लेकिन पानी पुरी देखते ही वह सामान्य इंसान बन जाती थीं. सड़क के किनारे पानी पुरी खाने का उन्हें बड़ा शौक था. इसके अलावा भाइयों के साथ क्रिकेट खेलने का भी उन्हें शौक था, वे अच्छी तैराक भी थीं.