कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने फिर से राज्य में लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए है. इसका सबसे प्रमुख कारण ये है कि महाराष्ट्र में सोमवार को 3 हजार 365 कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए. यह एक बड़े खतरे की तरफ एक संकेत है. यही कारण है कि सरकार लॉकडाउन पर विचार कर रही है.

लॉकडाउन पर अंतिम फैसला करेंगे सीएम

वहीं रविवार को करीब 4000 के कोरोना केस सामने आए थे. पिछले दो हफ्ते में कोरोना प़ॉजिटिव केस के आंकड़े 21000 के करीब पहुंच गए हैं. ऐसे में राज्य के उप मुख्यमंत्री अजित पवार और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोप्पे ने कठोर निर्णय लेने का संकेत दे दिया है. मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान का इंतजार है. जिसके बाद स्पष्ट होगा कि राज्य में लॉकडाउन होगा या नहीं. (इस वंदना को सुनने से हनुमान जी प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते है.)

उपमुख्यमंत्री के बयान में छुपे लॉकडाउन के संकेत

उपमुख्यमंत्री ने सोमवार को एक पत्रकार परिषद में बोलते हुए कहा, “ राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बावजूद मास्क के इस्तेमाल में जबर्दस्त कमी दिखाई दे रही है. अगर ऐसी ही स्थिति रही तो मुख्यमंत्री से चर्चा करके कठोर निर्णय लेने पड़ेंगे.”

तो क्या लोकल ट्रेनों पर फिर लगेगा ग्रहण ?

लंबे समय तक बंद रहने के बाद 15 दिन पहले ही मुंबई में लोकल ट्रेन की सेवा सामान्य नागरिकों के लिए भी शुरू की गई है. आम नागरिक सीमित अवधि में अब लोकल ट्रेन का उपयोग कर पा रहे हैं. लेकिन अभी यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका है कि मुंबई में पुनः बढ़ते कोरोना मामलों के पीछे लोकल ट्रेन में बढ़ती भीड़ ही एक कारण है, या कुछ और.  कुछ सप्ताह पहले दिल्ली में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र ने दिल्ली-एनसीआर, गुजरात, राजस्थान एवं गोवा से आनेवाले विमान यात्रियों के लिए कोविड का एनटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया था. इन राज्यों से आनेवाले विमान यात्रियों के लिए यह जांच अब भी अनिवार्य है. बाहर से आनेवाले ट्रेन यात्रियों की भी विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर जांच की जा रही है. माना जा रहा है कि राज्य में पुनः बढ़ते कोविड मामलों को देखते हुए राज्य सरकार जल्दी ही कुछ और सख्त कदम उठा सकती है.

महाराष्ट्र में कहां-कहां लॉकडाउन की संभावना ?

जानकारों की राय में इसकी संभावना तो कम है कि पूरे राज्य में एक बार फिर से लॉकडाउन किया जाए. लेकिन सीमित लॉकडाउन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. सीमित लॉकडाउन यानी उन इलाकों या शहरों या जिलों में लॉकडाउन जहां से कोरोना के केस ज्यादा आ रहे हैं. जैसे अमरावती, वर्धा, मुंबई. ऐसा भी हो सकता है कि पूरे शहर या जिले में लॉकडाउन ना लगाया जाए बल्कि इन इलाकों में भी ऐसे मोहल्ले को प्रतिबंधित किया जाए, जहां कोरोना केसेस ज्यादा आ रहे हैं.