शब्बीर अहमद, भोपाल। ‎आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का बड़ा बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा कि एसआईआर की प्रक्रिया में सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासियों का होगा। वहीं उन्होंने मध्य प्रदेश सरकार पर जमकर हमला भी बोला हैं। उन्होंने कहा कि सिंगरौली की जेल आदिवासियों से भरी हुई है। सिविल जज परीक्षा के परिणाम पर भी सवाल उठाए हैं।

आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक डॉ. विक्रांत भूरिया ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने आदिवासियों के हक और अधिकारों के हनन पर बात की। भूरिया ने कहा कि एमपी में सिविल जज परीक्षा के परिणाम आ गए। एग्जाम में एक भी आदिवासी युवा का चयन नहीं हुआ। ‎क्या इस परीक्षा में एक भी योग्य आदिवासी नहीं मिला ?

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विक्रांत भूरिया ने आगे कहा कि ‎जब आदिवासी सिस्टम में नहीं आ पाएगा तो अपने समुदाय के लिए कैसे लड़ेगा ? ‎मध्यप्रदेश की जेलों में 60 प्रतिशत आदिवासी बंद है। ‎121 पदों की लड़ाई नहीं 2 करोड़ आदिवासियों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि ‎कोल माइन के चक्कर में सिंगरौली में पेड़ काटे जा रहे है। ‎नर्मदा में सरकार ने 6 किलोमीटर का क्षेत्र खाली करवाने का आदेश निकाला है। ‎SIR की प्रक्रिया में सबसे ज्यादा नुकसान आदिवासियों का होगा।

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उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला और कहा कि आदिवासियों की इस सरकार में बहुत दुर्गति हो गई है। ‎आदिवासियों के पैसे से मेट्रो ट्रेन बनाई जा रही है। ‎बीजेपी आदिवासी को वनवासी के नाम से बोलती है। ‎सिंगरौली की जेल आदिवासियों से भरी हुई है। बिरसा मुंडा, टंट्या मामा को भगवान बनाने की भाजपा में औकात नहीं है।

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