रायपुर। राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव में राम वन गमन पर्यटन परिपथ की झलक भी लोगों को देखने को मिल रही है। देश-विदेश से आए कलाकारों और स्थानीय लोगों द्वारा इसकी सराहना भी की जा रही है। छत्तीसगढ़ पर्यटन विभाग के स्टॉल में छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण स्थलों के साथ ही राम वन पर्यटन परिपथ को भी प्रदर्शित किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में राम वन गमन पर्यटन परिपथ निर्माण की घोषणा की है। जिसके तहत राम वन गमन पथ पर पड़ने वाले महत्वपूर्ण स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसमें प्रथम चरण में सीतामढ़ी हरचैका, रामगढ़, शिवरीनारायण, तुरतुरिया, चंदखुरी, राजिम, सिहावा के सप्तऋषि आश्रम, जगदलपुर और सुकमा जिले के रामाराम को राज्य शासन के पर्यटन विभाग द्वारा इन स्थलों को पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके साथ ही रायपुर जिले के चंदखुरी स्थित माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर परिसर का भी जीर्णोंद्धार एवं सौंदर्यीकरण का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है।
पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने शुक्रवार को पर्यटन मण्डल के स्टॉल का अवलोकन कर इसकी प्रशंसा की। इस अवसर पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेेड़िया एवं विधायक मोहन मरकाम सहित अनेक जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। पर्यटन विभाग का स्टॉल मुख्य रुप से इको एवं एथनो थीम पर तैयार किया गया है। जिसमे चित्रकोट एवं तीरथगढ़ जलप्रपात के लाइव मॉडल्स लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इसके अतिरिक्त बस्तर दशहरा का रथ, सिरपुर के लक्ष्मण मंदिर सहित छत्तीसगढ़ के अन्य पर्यटन स्थलों के मॉडल्स एवं इनसे संबंधित वीडियो को बड़े एलईडी स्क्रीन के माध्यम से लोगों को दिखाया जा रहा है। स्टॉल पर आगंतुकों के लिए 30 प्रतिशत छूट पर छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के रिसार्ट्स पर स्पॉट बुकिंग की सेवा भी उपलब्ध है। स्टॉल में आकर्षक सेल्फी जोन भी बना है, जहां लोग उत्सुकता से अपना सेल्फी ले रहे हैं।