नई दिल्ली। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के घर सामने धरना दिया था. सिद्धू ने दिल्ली के गेस्ट टीचर्स की मांगों को लेकर सीएम केजरीवाल के घर के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया था. सिद्धू के विरोध-प्रदर्शन पर आम आदमी पार्टी के विधायक और प्रवक्ता राघव चड्ढा ने निशाना साधा और कहा कि वे उन्हें गंभीरता से नहीं लेते. उन्होंने कहा कि सिद्धू पंजाब की राजनीति के राखी सावंत हैं. वो ड्रामा करना जानते हैं. उन पर कुछ भी कहना बेकार है.

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बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठे नवजोत सिंह सिद्धू ने कल ‘ऊंची दुकान फीके पकवान’ का नारा लगाया, साथ ही अपने चिरपरिचित अंदाज में बोले ‘कहां हो गुरू’? इस प्रदर्शन में ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन (AIGTA) ने नवजोत सिद्धू का साथ दिया. इस दौरान सिद्धू ने आरोप लगाए कि दिल्ली में 22 हजार गेस्ट टीचर्स से बंधुआ मजदूरों की तरह काम कराया जा रहा है. उनसे दिहाड़ी मजदूरी करवाई जा रही है.

 

सिद्धू के विरोध-प्रदर्शन की वजह

दरअसल पंजाब में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. आम आदमी पार्टी भी पंजाब में चुनाव लड़ेगी. दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल लगातार पंजाब का दौरा कर रहे हैं और सत्तासीन कांग्रेस सरकार पर निशाना साध रहे हैं. उन्होंने पंजाब के संविदा शिक्षकों का मुद्दा उठाया था और उनकी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया था. बस इसी के जवाब में सिद्धू ने भी दिल्ली में सीएम हाउस से कुछ दूरी पर संविदा शिक्षकों के साथ विरोध-प्रदर्शन किया.

 

दिल्ली का शिक्षा मॉडल एक कॉन्ट्रैक्ट मॉडल- सिद्धू

नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली का शिक्षा मॉडल एक कॉन्ट्रैक्ट मॉडल है. दिल्ली में 1031 सरकारी स्कूल हैं, जबकि केवल 196 स्कूलों में प्रिंसिपल हैं. टीचर्स के 45 फीसदी पद खाली हैं और 22,000 गेस्ट टीचर्स की मदद से डेली वेज देकर सरकारी स्कूल चलाए जा रहे हैं. हर 15 दिन में कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू किया जाता है.’ केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि स्कूल मैनेजमेंट कमेटियों में दिल्ली सरकार ने अपने लोगों को लगा रखा है, जिन्हें हर महीने 5 लाख रुपए मिलते हैं. यहां अध्यापकों को पूरा वेतन नहीं मिल रहा और मुंह खोलने पर उन्हें नौकरियों से निकाला जा रहा है.