चंडीगढ़ । उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में प्रदर्शन कर रहे पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू को चंडीगढ़ में हिरासत में ले लिया गया है. बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में 3 बीजेपी कार्यकर्ता और एक उनका ड्राइवर भी शामिल हैं. सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया या फिर हिरासत में ले लिया गया है.

 

अफसरों से 6वें राउंड की हुई मीटिंग, राकेश टिकैत बोले- अधिकारियों ने माना मंत्री के बेटे की गलती

 

दरअसल नवजोत सिंह सिद्धू राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के आवास के बाहर हो रहे कांग्रेसियों के प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में पोस्‍टर लहराए और नारेबाजी की. उन्होंने प्रदर्शनकारियों पर कार चढ़ाने का आरोप झेल रहे केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी की भी मांग की. इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस ने सिद्धू और अन्‍य कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.

 

मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपए के मुआवजे का एलान

 

इधर लखीमपुर जिले के तिकुनिया क्षेत्र में रविवार को हुई हिंसा में मारे गए चार किसानों के परिजनों को सरकार 45-45 लाख का मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने के लिये राजी हो गई है. इसके अलावा गंभीर रूप से घायल आठ किसानों को दस-दस लाख रुपए की आर्थिक मदद करेगी. किसान नेता राकेश टिकैत और सरकार की ओर से अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार और अन्य आला अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में यह सहमति बनी. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अफसरों से 6वें राउंड की मीटिंग हुई. बैठक में अफसरों ने माना कि मंत्री के बेटे की गलती है.