रायपुर। राजधानी रायपुर का वो देवी मंदिर जहां नाग नागिन दर्शन करने आते हैं. यहां भक्त नवरात्रि में मनोकामना जोत प्रज्ज्वलित कराते हैं. इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है. मंदिर के पुजारी के मुताबिक, 1956 में गांव के बैगा को देवी मां ने सपने में दर्शन दिया था. और कहा था कि मैं बांस पेड़े के नीचे हूं. बैगा ने गांव के अन्य लोगों को बात बताई. इसके बाद बैगाओं ने बांस पेड़ के नीचे से प्रतिमा निकाली. ये कहानी है पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय परिसर स्थित मां बंजारी की. जानिए मां बंजारी की कहानी पं. भगवान तिवारी के जुबानी…

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