मनोज मिश्रेकर, राजनांदगांव। जिले के विभिन्न गांव में निवासरत नक्सली हिंसा में सताये लोगों ने कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिए जाने की गुहार लगाई है. इन लोगों के परिवार के सदस्यों की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी.

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र में रह रहे हैं विभिन्न गांव के नक्सली पीड़ित परिवारों ने अपने अधिकारों को लेकर दफ्तरों के चक्कर काटे और मजबूरन इन्हें न्यायालय का सहारा लेना पड़ा. न्यायालय से 3 माह के भीतर इन्हें पुनर्वास नीति के तहत लाभ दिए जाने का आदेश जारी हुआ है. जिसे लेकर नक्सल पीड़ित परिवार के लोग सोमवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर इस आदेश की तुरंत तामिली की गुहार लगाई है.

अपनी जीविका के संसाधनों की मांग करने को लेकर पहुंचे नक्सल पीड़ित परिवार के इन लोगों के पिता, भाई, बहन, बेटे की नक्सलियों ने अपनी मुखबिरी के संदेह में हत्या कर दी थी. अब इस परिवार के लोग अपने लिए नौकरी, पेंशन, यात्रा में रियायत जैसी मांग कर रहे हैं. इस मामले में कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि पुनर्वास नीति के तहत दिए जाने वाले लाभ से हटकर भी इन परिवारों के द्वारा मांग की गई है, जिसके उचित मार्गदर्शन के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा.