ललित सिंह ठाकुर, राजनांदगांव। नक्सल समस्या का हल नक्सलियों के प्रमुख, जनजाति समाज के प्रमुख और शासन-प्रशासन की बैठक से ही निकलेगा. साथ ही उन्होंने कहा कि पिछली सरकार द्वारा उस समय ऐसा कोई प्रयास नहीं हो पाया. अभी सरकार को इस पर पहल करते हुए रास्ता निकालना चाहिए. यह बात भाजपा के वरिष्ठ नेता नंद कुमार साय ने सिलगेर घटना पर पत्रकारों से चर्चा में कही.

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद नंदकुमार साय ने राजनांदगांव प्रवास के दौरान प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा की. उन्होंने सुकमा जिले के ग्राम सिलगेर में पुलिस की गोलियों से मारे गए लोगों को ग्रामीण बताते हुए कहा कि अगर वे लोग पुलिस कैंप का विरोध कर रहे थे, तो वहां ग्रामसभा है, पांचवी अनुसूची क्षेत्र है, ग्राम सभा से राय लेनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि वहां के ग्रामीण कैंप का विरोध इसलिए कर रहे हैं कि उनके आने से वहां बहुत सारी समस्या खड़ी हो जाती है.

इसे भी पढ़ें : Tarla Joshi का हुआ निधन, इन डेली सोप्स में किया है काम…

पूर्व सांसद नंद कुमार साय ने कहा कि गांव वालों का कहना है कि पुलिस वाले गांव में आ जाते हैं, और किसी के बकरे तो किसी का मुर्गा उठा ले जाते हैं. महिलाओं से अनाचार होता है, इस कारण से ग्रामीण कैम्प का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामसभा का मत सुनना चाहिए और उसके बाद शासन-प्रशासन को कैंप के संबंध में निर्णय लेना चाहिए.

Read more : Chhattisgarh Ranked Second by Central Department of Health and Family Welfare… 

देखिए वीडियो –