सरकार जंगलमहल के लोगों को 2 रुपये प्रति किलोग्राम चावल देकर बेवकूफ बना रही है. ऐसे पत्र कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादियों) द्वारा जारी किया गया है.

कोलकाता. पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले में चार संदिग्ध माओवादियों की गिरफ्तारी के 24 घंटे बाद, नक्सलियों के पक्ष में कई पोस्टर गुरुवार सुबह मुराकाटा वन में चिपके हुए पाए गए हैं. ये पोस्टर गुरगुरीपाल पुलिस स्टेशन की सीमा से सटे मुराकाटा जंगल के पास सड़क पर पड़े मिले हैं. इन पोस्टरों में राज्य परिवहन मंत्री सुवेन्दु अधिकारी और सालबोनी विधायक श्रीकांत महातो को चेतावनी दी गई है. पोस्टर में दोनों के कटे सिर लाने की बात कही गई है.

पोस्टर में माओवादियों ने लिखा कि, सरकार जंगलमहल के लोगों को 2 रुपये प्रति किलोग्राम चावल देकर बेवकूफ बना रही है. नक्सलियों ने इस पत्र धमकी के बाद अंत में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादियों) लिखा है. इस बीच, पश्चिम बंगाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इन पोस्टर वास्तव में माओवादियों ने लिखा है या फिर किसी की शरारत है.

बता दें कि, ग्वालतोड़ इलाके से पुलिस ने मंगलवार रात को चार कथित नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. उनके पास से भारी मात्रा में माओवादी संगठन के पोस्टर एवं पर्चे बरामद किए गए थे. पकड़े गए माओवादियों की पहचान सव्यसाची गोस्वामी (52), संजीव मजूमदार उर्फ असीम, अर्कश्री गोस्वामी उर्फ विजय (23) एवं टीपू सुल्तान उर्फ सपन (23) के तौर पर हुई थी. विश्वसनीय सूत्रों से मिली सूचना के आधार पर छापेमारी कर पुलिस ने माकली इलाके से उक्त चारों को गिरफ्तार किया. चारों बंगाल के ही रहने वाले हैं.

उन्हें पश्चिम मिदनापुर जिले के कंजिमकली जंगल के पास एक फुटबॉल मैदान से गिरफ्तार किया गया था क्योंकि वे कथित रूप से गोपनीय बैठक में भाग लेने की तैयारी कर रहे थे. उनके पास से 43 पुस्तिकाएं मिलीं थी. इन पर किशनजी की टीम के एकमात्र जीवित सदस्य सीपीआई (माओवादियों) के राज्य सचिव आकाश किसान आशिम मंडल के हस्ताक्षर थे.