New Born Baby में गैस बनना एक बेहद आम बात है. मां का दूध या फॉर्मूला दूध पीने वाले बच्चों में अक्सर गैस की समस्या होती है. एक शिशु दिन में 10-15 बार गैस पास कर सकता है. लेकिन कई बार यह समस्या बढ़ जाती है, जिसके कारण बच्चा परेशान हो जाता है. शिशुओं में गैस की समस्या होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे- दूध पीने के डकार नहीं ले पाना, फॉर्मूला मिल्क न पचना या बॉटल से तेजी से दूध पीने के कारण भी शिशु के पेट में गैस बनने लगती है.

बार-बार गैस बनने पर शिशु बहुत असहज करते हैं और बहुत ज्यादा रोने लगते है. अगर शिशु को लगातार गैस की समस्या हो रही हो, तो इसके चलते वह चिड़चिड़ा भी हो सकता है. ऐसे में शिशु को गैस से राहत दिलाने के लिए कुछ उपायों की मदद ली जा सकती है. आज हम आपको बताएंगे कि New Born Baby को गैस से राहत दिलाने के लिए क्या किया जा सकता है. Read More – अगर आप धूप से नहीं ले पा रहे हैं विटामिन D, तो ये आहार खाकर Body को दें पर्याप्त Vitamin D …

New Born Baby के पेट में गैस होने के लक्षण

  1. घबराहट और चिड़चिड़ापन.
  2. शिशु का फूला हुआ लगना.
  3. शिशु का बहुत जोर से रोना.
  4. पैरों को पेट की ओर खींचना.
  5. पेट को रगड़ना.
  6. शिशु के पेट से आवाज आना.
  7. बार-बार डकार लेना.

गैस होने पर अपनाएं ये नुस्खें

बच्चों की नाभी में हींग लगाएं

शिशु को पेट में गैस से राहत दिलाते के लिए हींग का इस्तेमाल करें. गैस होने पर शिशु की नाभी के ऊपर हींग का पानी मलें. ऐसा करने से गैस से तुरंत राहत मिलती है. इसके अलावा, शिशु के पेट में गैस बनने पर आप उसके पेट के ऊपर और नाभि के आस-पास हींग का पेस्‍ट बनाकर लगा सकते हैं. इससे गैस बाहर निकल जाएगी और बच्चे को राहत मिलेगी.

दूध पिलाते वक्त शिशु के सिर को ऊंचा रखें

अगर आप अपने New Born Baby को बॉटल से दूध पिलाते हैं, तो दूध पिलाते वक्त उसका सिर पेट से थोड़ा ऊपर रखें. कई बार शिशु बॉटल से तेजी से दूध खींचता है, जिसके कारण उसके पेट में हवा भी चली जाती है. दूध पिलाते समय शिशु के सिर को ऊंचा रखने से दूध पीने के दौरान बनने वाली गैस ऊपर की तरफ आ जाएगी. ऐसा करने से वह आसानी से डकार लेकर गैस को बाहर निकाल पाएगा. इसके लिए आप दूध पिलाते वक्त नर्सिंग पिलो का इस्तेमाल कर सकते हैं.

घुटने मोड़ते हुए साइकिल चलवाएं

कई बार शिशु गैस पास नहीं कर पाता है, जिसके चलते वह बेचैन होकर रोने लगता है. शिशु को गैस से राहत दिलाने के लिए उसे पीठ के बल लिटा दें और घुटनों को मोड़ते हुए पैरों को उठाएं. आपको साइकिल चलाने जैसे मूव करवाना है. ऐसा करने से पेट में फंसी गैस बाहर निकल जाती है और बच्चे को आराम मिलता है. Read More – YouTube पर वीडियो देखकर महिला बना रही थी ये डिश… फिर हुआ कुछ ऐसा कि पूरे घर में लग गई आग …

पेट की सिंकाई करें

अगर शिशु गैस और पेट दर्द की वजह से परेशान है, तो जल्द राहत देने के लिए उसके पेट की सिंकाई करें. इसके लिए गुनगुने पानी में तौलिया भिगोकर निचोड़ लें. फिर इसे शिशु के पेट के ऊपर रखें. ऐसा कुछ देर करने से शिशु को पेट में गैस और ऐंठन से काफी आराम मिलेगा. ध्यान रखें कि पानी ज्यादा गर्म नहीं होना चाहिए.

शिशु की मालिश करें

New Born Baby को गैस से राहत दिलाने के लिए उसके पेट की मालिश करें. शिशु की मालिश करने से पेट में फंसे हुए गैस के बुलबुले को बाहर निकालने में मदद मिलेगी. शिशु की मालिश करने के लिए उसे पीठ के बल लिटा दें. फिर उसके पेट पर कुछ देर तक सर्कुलर मोशन में मसाज करें. शिशु की मालिश के लिए आप ‘आई लव यू’ मसाज तकनीक आजमा सकते हैं. इसके लिए आप शिशु के पेट पर I, L और Y अक्षर लिखने की नकल करें. इससे गैस पास हो जाएगी और शिशु को राहत मिलेगी.