गुरमीत राम रहीम अपनी दो महिला अनुयायियों से रेप के मामले में 20 साल जेल की सजा काट रहा है. तीन दिन पहले उसने पेट दर्द की शिकायत की थी. अस्‍पताल में जांच के दौरान उसे कोरोना होने की पुष्टि हुई.

डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह (53) कोरोना पॉजिटिव पाया गया है. तीन दिन पहले उसे जेल प्रशासन चेकअप के लिए रोहतक पीजीआई में ले गया था. सुनारिया जेल में बंद सिंह ने पेट में दर्द की शिकायत की थी. जांच के दौरान उसे कोरोना होने की पुष्टि हुई. डेरा प्रमुख अपनी दो महिला अनुयायियों से रेप मामले में 2017 से ही सुनारिया जेल में बंद है. पंचकुला में विशेष सीबीआई अदालत ने उसे 20 साल की जेल की सजा सुनाई थी.

अधिकारियों ने बताया कि 3 जून को राम रहीम सिंह को रोहतक की सुनारिया जेल से भारी पुलिस सुरक्षा में पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ले जाया गय था. उन्होंने बताया कि डेरा प्रमुख की कुछ जांच हुई जिनमें पेट का सीटी स्कैन भी शामिल है. बाद में उसे वापस जेल भेज दिया गया. सिंह को तीन हफ्ते पहले चक्कर आने और रक्तचाप में उतार-चढ़ाव की शिकायत के बाद पीजीआई में भर्ती कराया गया था. उस समय अस्पताल में रात भर रखने के बाद डेरा प्रमुख को छुट्टी दे दी गई थी.

डॉक्टरों के सात सदस्यीय बोर्ड की जांच में हालत स्थिर पाए जाने के बाद सिंह को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी. इसके बाद फिर से उसकी तबीयत खराब होने पर अस्‍पताल में जांच की गई जिसमें उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव निकली. आपको बता दें कि कुछ दिन पहले अपनी बीमार मां से मिलने के लिए डेरा प्रमुख ने पैरोल की अर्जी लगाई थी.

इसके पहले लगभग 20 दिन पहले भी घबराहट होने के कारण राम रहीम को 22 घंटे के लिए पीजीआई में दाखिल कराया गया था. गुरमीत राम रहीम को बीपी कम होने पर पीजीआई में दाखिल कराया गया था. सुनारिया जेल में अचानक बीपी कम होने के कारण हालत बिगड़ती देख जेल प्रबंधन की ओर से इस बात की सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई थी. डॉक्टरों की टीम की ओर से लिए गए निर्णय के बाद उसे पीजीआई में दाखिल कराया गया.

ठीक होने के बाद राम रहीम ने 17 मई को मां की बीमारी का हवाला देकर 21 दिन की इमरजेंसी पैरोल की मांग की थी. सभी प्रक्रिया पूरी करने के बाद सुनारिया जेल अधीक्षक ने डेरा मुखी को एक डीएसपी और 12 पुलिसकर्मियों के साथ सुबह 6:14 बजे गुरुग्राम के मानेसर में स्थित फार्म हाउस पर मां से मिलने के लिए भेजा. मुलाकात के बाद शाम 6:25 बजे उसे वापस सुनारिया जेल लाया गया था.