मोदी कैबिनेट के विस्तार की अटकलों के बीच असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. खबरे हैं कि सोनोवाल को कैबिनेट में जगह मिल सकती है.

 वह पहले भी मोदी कैबिनेट का हिस्सा रह चुके हैं. लेकिन उन्हें असम का मुख्यमंत्री बनाकर वापस भेजा गया था. हालांकि, अब हिमंत सरमा को असम का मुख्यमंत्री बनाया गया है और तभी से यह माना जा रहा था कि सोनोवाल को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलेगी. इस बीच पीएम मोदी के आवास पर मंगलवार को होने वाली मंत्रिमंडल की बैठक रद्द होने की खबर है.

 इस मीटिंग में बीजेपी चीफ जेपी नड्डा समेत कई वरिष्ठ केंद्रीय मंत्रियों को बुलाया गया था. शाम को 5 बजे होने वाली इस मीटिंग में कैबिनेट में फेरबदल और विस्तार पर बात होने की चर्चाएं थीं. हालांकि अब इस बैठक को ही रद्द कर दिया गया है.

कैबिनेट में अभी 53 मंत्री

सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट की संख्या 81 तक ले जा सकते हैं. मोदी सरकार का अभी तीन साल का कार्यकाल शेष है. अपने प्रशासन को और मुस्तैद एवं कामकाज में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री उन विभागों में नए चेहरों की तैनाती कर सकते हैं जो अभी रिक्त हैं. मोदी सरकार में अभी मंत्रियों की संख्या 53 है. यानि कि मंत्रिमंडल के 28 पद भरे जा सकते हैं. मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए प्रधानमंत्री की कैबिनेट के अपने वरिष्ठ साथियों के साथ आज अहम बैठक होनी है.

मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहला मौका है, जब कैबिनेट विस्तार की चर्चा चल रही है. इसकी वजह अगले साल 5 राज्यों में होने वाले चुनावों को भी माना जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी चाहती है कि इस विस्तार में क्षेत्रीय और सामाजिक संतुलन को साधा जा सके. खासतौर पर उत्तर प्रदेश, हिमाचल जैसे राज्यों को लेकर पार्टी चिंतित है.