दिल्ली. स्लमडाग मिलिनेयर मूवी कईयों ने देखी होगी. आम इंसान का जमीन से आसमान तक की दूरी तय करने का सफर किसी फिल्मी कहानी जैसा लगता है. ऐसी ही कहानी दिल्ली के 16 साल के निसार अहमद की है. जो दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले इंसान उसैन बोल्ट के साथ उनके रेसिंग ट्रैक पर ट्रेनिंग लेंगे.
दिल्ली के आजादपुर इलाके के बड़ा बाग की झुग्गी के 10×10 के टीन शेड में निसार अहमद रहते हैं. रेलवे ट्रैक के नजदीक इस झुग्गी में रहने वाले निसार के पिता रिक्शा चलाते हैं. अब वे जमैका के किंगस्टन स्थित मशहूर रेसर ट्रैक क्लब में ट्रेनिंग लेंगे. खास बात ये है कि ये दुनिया के सबसे तेज दौड़ने वाले रनिंग मशीन उसैन बोल्ट का रेसिंग ट्रेनिंग ट्रैक है. उसैन बोल्ट इसी ट्रैक पर दौड़ने की ट्रेनिंग लेते हैं. दिल्ली की झुग्गी में रहने वाले निसार देश के 13 अन्य युवाओं के साथ एक महीने की ट्रेनिंग पर जमैका जाएंगे. उनको ये मौका गैस अथारिटी आफ इंडिया और एक स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी द्वारा मुहैया कराया जा रहा है. गौरतलब है कि देश के विभिन्न हिस्सों के युवाओं को उनकी क्षमता और प्रतिभा को देखते हुए जमैका के मशहूर ट्रैक ने चार सप्ताह के ट्रेनिंग प्रोग्राम के लिए चुना है.
महीने में बमुश्किल पांच हजार कमाने वाले निसार के पिता किसी तरह से अपने परिवार का खर्चा चला पाते हैं. दिल्ली के अशोक विहार के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले निसार ने दिल्ली स्टेट एथलेटिक मीट में दो नेशनल रिकार्ड तोड़कर सनसनी मचा दी थी. अंडर 16 वर्ग में 100 मीटर की दौड़ उन्होंने 11 सेकेंड में पूरी कर नेशनल रिकार्ड तोड़ा था जबकि 200 मीटर की दौड़ 22.08 सेकेंड में पूरी कर निसार ने नया रिकार्ड बना दिया था.
निसार ने कहा कि मैं इस ट्रेनिंग के लिए बेहद उत्साहित हूं. मैं वहां से रेस की बारीकियां सीखकर देश के लिए मेडल लाऊंगा. कामनवेल्थ गेम्स के लिए ट्रेनिंग ले रहे निसार ने कहा कि मैं खेल मंत्री से मिलकर उनसे मदद की अपील करूंगा ताकि मैं अपने खेल के लिए जरूरी संसाधन जुटा सकूं. खास बात ये है कि निसार ने नंगे पैरों दौड़कर, दौड़ने की ट्रेनिंग ली और नेशनल रिकार्ड तोड़ डाला.
उम्मीद है कि उसैन बोल्ट के साथ उनके रेसिंग ट्रैक पर ट्रेनिंग लेकर निसार नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे और देश का नाम रौशन करेंगे.