रायपुर। सार्वजनिक क्षेत्र की खनन कंपनी एनएमडीसी ने अपनी महत्वाकांक्षी स्लरी पाइप लाइन परियोजना के अंतर्गत आने वाले बचेली से नगरनार तक सभी गांवों के विकास के लिए समान राशि स्वीकृत की है.

एनएमडीसी ने पेट्रोलियम तथा खनिज पाइप लाइन अधिनियम 1962 के दिशा-निर्देशों के अनुसार, भूमिगत पाइप लाइन बिछाने का प्रस्ताव रखा था. इसमें बैलाडीला से नगरनार स्लरी पाइप लाइन के रास्ते में पड़ने वाले सभी 61 प्रभावित गांवों में से प्रत्येक को 30 लाख रुपए की मंजूरी दी. एनएमडीसी ने रास्ते में पड़ने वाले एक गांव डोंगरीगुडा, तोकपाल ब्लॉक, जिला बस्तर में एक लौह अयस्क स्टॉक पाइल का निर्माण किया है. कंपनी को डोंगरीगुडा गांव में विशेष रूप से लौह अयस्क स्टॉक पाइल के लिए 3.15 हेक्टेयर भूमि का आबंटन किया गया है.

एनएमडीसी सीएसआर ने डोंगरीगुडा में विभिन्न विकास कार्यों के लिए अलग से 3 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है. हाल ही खबरों में धनराशि के आबंटन के संबंध में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है. वास्तव में डोंगरीगुडा लौह अयस्क स्टॉक पाइल को आबंटित राशि निर्माणाधीन स्लरी पाइप लाइन परियोजना की राशि से अलग है. एनएमडीसी ने स्पष्ट किया कि ये दोनों अलग-अलग परियोजनाएं हैं, और स्लरी पाइप लाइन परियोजना में शामिल सभी 61 प्रभावित गांवों के विकास के लिए एक समान राशि निर्धारित की गई है.