शिवा यादव,सुकमा. जिले में पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ल, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी तेदमुंता बस्तर अभियान के तहत पुलिस ग्रामीण के मध्य बेहतर संबंध बनाने हेतु नई पहल के तहत ग्राम पुसवाड़ा में पुलिस ग्रामीण मिलन उत्सव (पंडुम) का आयोजन किया. ग्राम पुसवाड़ा, दोरनापाल जगरगुंडा मार्ग पर दोरनापाल से लगभग 22 किमी की दूरी पर स्थित गांव है.

नक्सल दृष्टि से अति संवेदनशील इस ग्राम की आबादी लगभग 600 है, जिसमें से अधिकांश मुड़िया जनजाति के लोग निवासरत है. ग्राम में सड़क, बिजली जैसी आधारभूत सुविधाओं का आभाव है. इस गाँव का भी क्षेत्र के अन्य ग्राम की तरह नक्सली हिंसा एवं आतंक का इतिहास रहा है. नक्सलियों द्वारा पुसवाड़ा के 5 ग्रामीणों की नृशंस हत्या विभिन्न समयों में पुलिस मुखबिर का झूठा आरोप लगाकर की गई है. ग्रामीणों के साथ पुलिस का बेहतर संबंध बनाने एवं परस्पर संवाद स्थापित करने हेतु तेदमुन्ता बस्तर अभियान के तहत लगातार ग्रामीणों की बैठक ली जा रही है.

इसी कड़ी में पुलिस ग्रामीण मिलन उत्सव का आयोजन किया गया. जिसके तहत ग्रामीणों के साथ पुलिस बल ने आदिवासी संस्कृति के अनुरूप पंडुम मनाया. पुलिस एवं ग्रामीण ने मिलकर भोजन का निर्माण किया और साथ बैठकर भोजन ग्रहण किया. आदिवासियों के सांस्कृतिक पेय जैसे ताड़ी, सल्फी, महुआ का भी आनंद ग्रामीणों द्वारा लिया गया. ढोल मंजीरे की थाप पर पुलिस एवं ग्रामीणों द्वारा सामूहिक नृत्य किया गया.
ग्रामीणों को उनके दैनिक उपयोग की आवश्यक सामाग्री का वितरण किया गया. उपस्थित ग्रामवासियों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया गया. विकास हेतु प्रशासन का साथ देने एवं नक्सलियों का एकजुट होकर विरोध करने हेतु प्रेरित किया गया.

आज के इस अभियान में दोरनापाल एसडीओपी विवेक शुक्ला, डीएसपी अखिलेश कौशिक, सीआरपीएफ 74 बटालियन के मनोज गुप्ता, पोलमपल्ली थाने के एसआई शंकर ध्रुव एवं थाना बल उपस्थित रहे.