संदीप शर्मा,विदिशा। मध्यप्रदेश में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है. कोरोना महामारी में नर्स और स्टाफ अहम भूमिका निभा रहे हैं. बावजूद उनको 3 महीने से सैलरी नहीं मिली है. ऐसे में उनके रोजमर्रा की जिंदगी में प्रभाव रहा है. स्टाफ कई दफा कलेक्टर और प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन अभी तक कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई है. जिस कारण नर्स और स्टाफ हड़ताल पर उतर गए हैं.

दरअसल पूरा मामला सीएम शिवराज सिंह चौहान के राजनीतिक गृह जिला विदिशा का है, जहां शासकीय चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में पदस्थ नर्सिंग स्टाफ को पिछले 3 महीने से सैलरी नहीं मिली है. नर्सिंग स्टाफ कई बार इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से कर चुके हैं. प्रभारी मंत्री विश्वास सारंग विदिशा दौरे पर आए थे, उस समय भी नर्सिंग स्टाफ की सैलरी ना मिलने की जानकारी दी गई थी. मंत्री ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को जल्द से जल्द वेतन देने के निर्देश दिए थे.

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इसके बावजूद अभी तक करीब 300 नर्सों और स्टाफ को 3 महीने से रुकी सैलरी नहीं मिली है. इसी संबंध में आज नर्सिंग स्टाफ ने मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है. प्रदर्शन कर रहे स्टाफ का कहना है कि हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है. इसलिए आज प्रदर्शन किया गया. यदि मांगे पूरी नहीं हुई तो आगे हड़तापर पर जाने की चेतावनी दी है.

वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि हमारे यहां ग्लोबल बजट में कुछ कमी आई है. इसी कारण नर्सिंग स्टाफ और कुछ डॉक्टरों का वेतन नहीं मिल पाया है. जैसे ही ग्लोबल बजट आएगा, तो तुरंत हम वेतन संबंधी कार्रवाई करेंगे. अब देखना यह होगा कि नर्स और स्टाफ को कब तक सैलरी मिल पाती है.

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