दिल्ली। सरकारी अफसरों और नौकरशाहों के मन में जनजातीय समाज और उसके रहन सहन को लेकर किस हद तक दुराग्रह है। इसका नमूना मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में देखने को मिला।

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग यानि कि एमपीपीएससी ने राज्य लोकसेवा आयोग परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा के प्रश्नपत्र में भील समुदाय को लेकर बेहद आपत्तिजनक सवाल पूछा गया। परीक्षा के जनरल एप्टीट्यूड सेक्शन के एक पैसेज में भीलों को आपराधिक मानसिकता वाले और शराबी कहा गया।

खास बात ये रही कि राज्य के भील जनजाति के विधायक राम दांगोरे जो इस परीक्षा में बतौर परीक्षार्थी शामिल हुए थे। उन्होने इस सवाल पर आपत्ति जताई जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ा। उन्होंने इसे समुदाय का अपमान कहा है। विधायक ने माांग की है कि जिस व्यक्ति ने पेपर सेट किया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। भारत में 1.6 करोड़ से ज्यादा भील रहते हैं। जिसमें से 60 लाख मध्यप्रदेश में रहते हैं। अब विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हो गया है।