Odisha Assembly Adjourned Indefinitely: भुवनेश्वर. विधानसभा अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी गई है. शीतकालीन सत्र खत्म होने से पहले सदन बंद हुआ. 18दिनों से पहले सदन बंद हो गया. कुल 11 दिनों तक सदन का काम चलता रहा. यह फैसला सबकी सहमति से लिया गया है.

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इस बार विधानसभा का शीतकालीन सत्र काफी चर्चा में रहा. क्योंकि अध्यक्ष द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा को संबोधित किया. उन्होंने विधायकों को व्यवहार और बयानबाजी को लेकर चेतावनी दी. इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री मोहन माझी ने सप्लीमेंट्री बजट पेश किया. इसके साथ ही सदन में कई मुद्दों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष में टकराव देखने को मिला. स्थगित विधानसभा में स्पीकर से लेकर विधायकों तक सभी की सैलरी बढ़ाने का बिल पास हो गया है.

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मलकानगिरी को लेकर विधानसभा के आखिरी दिन सदन खास तौर पर हिला. विपक्ष ने रिसेस के दौरान मलकानगिरी आग का मुद्दा उठाया. BJD MLA रणेंद्र प्रताप स्वैन ने सदन में मलकानगिरी हिंसा का मुद्दा उठाकर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, अब मलकानगिरी जल रहा है, यह एक और आपदा होने वाली है. कई घर जल गए हैं, जानें चली गई हैं. लेकिन हम यहां बैठकर प्रोग्राम कर रहे हैं. लोग क्या कहेंगे, राजा स्वैन ने पूछा. यह कितना सही है कि हम यहां कानून बना रहे हैं जबकि राज्य का एक हिस्सा जल रहा है?

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राजा ने सवाल किया. क्या मुख्यमंत्री सदन में नहीं आ रहे हैं या इस मुद्दे पर अपना मुंह नहीं खोल रहे हैं. जैसे मणिपुर जल रहा था, वैसे ही अब मलकानगिरी जल रहा है. सभी बंगाली बोलने वाले लोग बांग्लादेशी नहीं हैं. लेकिन राजा स्वैन ने राज्य में ऐसा माहौल बनाने के लिए सरकार को दोषी ठहराया.

इसके अलावा, BJD विधायकों ने मांग की कि स्पीकर मुख्यमंत्री को सदन में बयान देने का आदेश दें और तुरंत एक हाउस कमेटी बनाकर मलकानगिरी भेजी जाए.

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