Odisha News: भुवनेश्वर पुलिस ने एक फर्जी नौकरी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. इन लोगों ने भुवनेश्वर में एक फर्जी कंसल्टेंसी फर्म खोलकर कई लोगों को ठगा था. ओडिशा पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान तमन्ना उर्फ जज्ञसेनी कर (Tamana Manali @ Jajnaseni Kar) (27) निवासी जाजपुर अलाकुंड, प्रिया उर्फ जयकृष्ण दाश (Priya @ Jayakrushna Dash) (28) निवासी जाजपुर टाउन और प्रिंस उर्फ जीवन दीप नंदी (Prince @ Jeevan deep Nandi) निवासी कालाहांडी सदर के रूप में हुई है. उनके पास से फर्जी दस्तावेज, मोबाइल फोन, लैपटॉप, कार, बाइक और एक आईआरसीटीसी (Irctc) का फर्जी नियुक्ति पत्र जब्त किया गया है.
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आरोपी “सक्सेस डील” नामक एक कंसल्टेंसी फर्म चला रहे थे, जो भुवनेश्वर के बडागड़ा में बीजेईएम स्कूल के सामने स्थित थी. ये लोग सोशल नेटवर्किंग साइट्स का उपयोग कर नौकरी तलाशने वालों को सरकारी नौकरियों, विशेष रूप से रेलवे में नौकरी का लालच देकर फंसाते थे.
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युवती लेती थी झांसे में
शिकायतकर्ता ने नौकरी की तलाश के दौरान एक पोस्ट देखी और उस फर्म से संपर्क किया. आरोपी प्रिया ने कॉल अटेंड की और बाद में शिकायतकर्ता को जज्ञसेनी कर से मिलवाया, जो खुद को तमन्ना मनाली (फर्म की मालिक) और सुरेश कुमार राव (क्षेत्र प्रबंधक) के रूप में पेश कर रही थी. इस तिकड़ी ने शिकायतकर्ता को मांचेश्वर रेलवे वर्कशॉप में ग्रुप-डी की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया और 3 लाख रुपये की मांग की.
इन ठगों ने विभिन्न चरणों में UPI ट्रांजैक्शन और नकद के जरिए शिकायतकर्ता से लगभग 55,000 रुपये ऐंठ लिए. यहां तक कि उन्होंने शिकायतकर्ता को रेलवे अस्पताल में स्वास्थ्य जांच के लिए भी ले गए, ताकि उसका विश्वास जीत सकें. बाद में आरोपियों ने स्पीड पोस्ट के जरिए शिकायतकर्ता को एक फर्जी जॉइनिंग लेटर भेज दिया. जांच में यह भी पता चला कि आरोपियों ने इसी तरह अन्य नौकरी चाहने वालों से लाखों रुपये ठग लिए. शिकायत मिलने पर पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.
जांच के दौरान आरोपियों ने अपने अपराध कबूल कर लिए और बताया कि उन्होंने अजय मलिक नामक व्यक्ति के साथ मिलकर कई नौकरी चाहने वालों को भारतीय रेलवे में ग्रुप-डी पदों के फर्जी जॉइनिंग लेटर देकर लाखों रुपये ठगे.