भुवनेश्वर. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने राज्य के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि की घोषणा की है. उन्होंने बताया कि पेट्रोनैट एलएनजी और इंडियन स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व्स लिमिटेड (आईओसीएल के तहत) सहित कई बड़ी कंपनियों के साथ समझौता ज्ञापनों (MoUs) पर हस्ताक्षर कर ₹8,96,686 करोड़ का निवेश सुनिश्चित किया गया है. यह कदम ओडिशा को भारत का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र बनाने की दिशा में बड़ा परिवर्तन लेकर आएगा.

दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित ओडिशा इन्वेस्टर्स समिट के दौरान मुख्यमंत्री मांझी, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की उपस्थिति में 13 अहम परियोजनाओं पर एमओयू साइन किए गए.
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं अत्यंत गर्व के साथ यह बताना चाहता हूं कि ओडिशा सरकार ने पेट्रोनैट एलएनजी, इंडियन स्ट्रैटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व्स लिमिटेड और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तहत कई अन्य कंपनियों के साथ एमओयू साइन किए हैं. कुल 13 परियोजनाओं के लिए ये समझौते हुए हैं, जिनके ज़रिए ₹8,96,686 करोड़ का निवेश राज्य में आएगा. ओडिशा को एक औद्योगिक शक्ति बनाने की दिशा में हमने आज एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.”
मुख्यमंत्री मांझी ने गर्व व्यक्त करते हुए कहा, “यह उपलब्धि दर्शाती है कि ओडिशा भारत की पेट्रोकेमिकल क्रांति का नेतृत्व पूर्वी भारत से कर सकता है. पारादीप जल्द ही पश्चिम में दहेज की तरह एक परिवर्तनकारी औद्योगिक केंद्र बनेगा. ओडिशा तैयार है और हम आपको हमारे उज्ज्वल भविष्य में निवेश के लिए आमंत्रित करते हैं.”
सम्मेलन के दौरान ओडिशा को पेट्रोकेमिकल और मैन्युफैक्चरिंग पावरहाउस बनाने के विज़न को प्रमुखता मिली. किरी इंडस्ट्रीज़, हिमाद्री स्पेशल्टी केमिकल लिमिटेड और बॉम्बे डाइंग जैसी कंपनियों के प्रमुखों के साथ सकारात्मक चर्चाएं हुईं. मुख्यमंत्री ने निवेशकों से ओडिशा की प्रगति और समृद्धि की यात्रा में शामिल होने का आह्वान किया.
राज्य की रणनीतिक बुनियादी ढांचे की योजनाएं और अनुकूल नीतियां निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं. इस पहल के माध्यम से मुख्यमंत्री नवाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, रोजगार के अवसर पैदा कर रहे हैं और सामाजिक-आर्थिक विकास को गति दे रहे हैं.