गांव के एक फौजी का घर अब अफसरों की खान बन गया है. इस परिवार में आईएएस, आईपीएस और आरएएस अफसर हैं. एक ही परिवार में 3-3 आईएएस, 1 आईपीएस और 5 आरएएस हैं. साथ ही एक आरपीएस के बराबर की सेवा में भी हैं.

यह कहानी राजस्थान के झुंझुनूं जिले के नूआं गांव की है. इस गांव के हयात मुहम्मद खां खुद सेना में थे. उन्होंने अपने बच्चों को इतना काबिल बनाया कि आज बेटे और पोते, पोतियां उनका नाम रोशन कर रहे हैं. हयात खान के 5 बेटों में से 3 आईएएस और 1 आईपीएस बने हैं. हयात खान की पोती और आईएएस अशफाक हुसैन की बेटी फराह खान भी आईआरएस हैं. वहीं एक पोता रिटायर्ड आईजी लियाकत खान का बेटा शाहिन खान भी आरएएस है.

हयात खान का एक दौहिता सलीम खान भी आरएएस हैं. शाहिन की पत्नी मोनिका जेल विभाग में डीआईजी हैं तो सलीम की पत्नी सना भी आरएएस हैं. वहीं लियाकत की भांजी की शादी भी आरएएस जावेद के साथ हुई है.

परिवार के ये सदस्य हैं अफसर
लियाकत अली, आईपीएस रिटायर्ड. वे आईपीएस बने, आईजी पद से 2006 में रिटायर होने के बाद गहलोत सरकार में वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का कार्यभार भी संभाला. 2020 में उनका निधन हो गया.

अशफाक हुसैन, आईएएस. वे 1983 में आरएएस बने. फिर 2015 में पदोन्नत होकर आईएएस बने. दौसा के कलेक्टर रहे, शिक्षा विभाग सेक्रेटरी के पद से 2018 में सेवानिवृत हुए.
जाकिर हुसैन, आईएएस लेखा सेवा में संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत थे. अन्य सेवाओं के चुनिंदा अधिकारियों को आईएएस में पदोन्नति का लाभ मिला. श्री गंगानगर और हनुमानगढ़ के कलेक्टर पद पर रहे. साल 2022 में सेवानिवृत्त हुए.

आईआरएस फराह खान आईएएस अशफाक खान की पुत्री हैं. उन्होंने 2015 में आईआरएस परीक्षा पास की और इंडियन रेवेन्यू सर्विस में कार्यरत हैं. फिलहाल जयपुर में कार्यरत हैं. वे अभी आयकर विभाग में उपायुक्त है.


शाहिन खान, आरएएस रिटायर्ड आईपीएस लियाकत अली के पुत्र हैं. 1997 में आरएएस बने. वर्तमान में शासन सचिवालय में कार्यरत हैं. सलीम खान, आरएएस लियाकत अली की बहन अख्तर बानो के पुत्र हैं. 2011 में आरएएस बने. शिक्षा विभाग में डिप्टी सेक्रेटरी हैं.

कमरुल जमाला खान, आईएएस (दामाद) जम्मू कश्मीर के रहने वाले हैं. आईएएस अशफाक हुसैन की आईआरएस बेटी फराह खान के पति हैं. कमरुल को राजस्थान कैडर मिला है. दौसा के जिला कलेक्टर हैं.

सना सद्दीकी (आरएएस सलीम की पत्नी) 2011 में आरएएस बनीं. परिवार के भांजे सलीम की पनी सना सिद्दीकी फिलहाल जयपुर में कार्यरत हैं. राजस्थान वक्फ बोर्ड में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.