शब्बीर अहमद, भोपाल। किसान आंदोलन को आज 7 माह पूरे होने पर ज्ञापन सौंपने राजभवन पहुंचे किसान नेता नाराज हो गए. वे बगैर ज्ञापन दिए ही लौट गए. दरअसल किसान नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल राजभवन ज्ञापन सौंपने पहुंचा था. जहां राजभवन के अधिकारियों ने गेट पर ही ज्ञापन देने की बात कही. जिससे किसान नेता नाराज होकर बिना ज्ञापन सौंपे ही वापस लौट गए. जबकि कानून के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता शिवकुमार शर्मा कक्का ने राजभवन में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप दिया है.

बता दें कि प्रदेश में आज जिला मुख्यालय से लेकर तहसीलों में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाने का कार्यक्रम है. जिसके चलते सामाजिक कार्यकर्ता मेधा पाटकर के नेतृत्व में राजभवन ज्ञापन देने जा रहे थे. जहां भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रही और कुछ किसान नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. वहीं पुलिस द्वारा किसान नेताओं को राजभवन जाने से रोकने पर मेधा पाटकर किसानों के साथ गांधी भवन गेट के सामने धरने पर बैठ गई.

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मेधा पाटकर अपने समर्थकों के साथ राजभवन जाने की मांग कर रही थी. जहां पुलिस और किसानों के बीच सहमति बनी कि सिर्फ 5 लोग ही राजभवन जा सकेंगे. जिसके बाद 5 किसान नेता राजभवन पहुंचे, लेकिन अधिकारियों में राजभवन के अंदर जाने से किसानों को रोक दिया और गेट पर ही ज्ञापन देने की बात कही. जिसके बाद नाराज किसान नेताओं ने बिना ज्ञापन दिए ही वापस लौट आए.

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गौरतलब है कि देश में चल रहे किसान आंदोलन को आज 7 माह पूरे हो गए हैं. जिसको लेकर प्रदेश में आज जिला मुख्यालय से लेकर तहसीलों में राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपे जाने का कार्यक्रम है. आंदोलन को लेकर गांवों में जागरूकता अभियान की भी आज से शुरूआत होगी. संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले प्रदेश में किसान आंदोलन जारी है. किसान नेताओं ने राजभवन पहुंचकर राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल को ज्ञापन देने का ऐलान किया था.

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