ओला स्कूटर के मालिकों के लिए एक बड़ी गुड न्यूज है. सरकार की कड़ाई के बाद अब ओला कंपनी अपने ग्राहकों को 9 हजार से 19 हजार रुपये तक वापस लौटाएगी. इसका कारण यह है कि कंपनी ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने वाले ग्राहकों को चार्जर को अतिरिक्त रूप से बेचती है और सरकार इस बात की जांच कर रही थी. भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा इस बात की जांच की जा रही थी कि ओला ग्राहकों को अतिरिक्त चार्ज करती है. अब ओला इलेक्ट्रिक ने एआरएआई को पत्र लिखकर इस बात की जानकारी दी है कि वह ग्राहकों को पैसे वापस करने वाली है, जिन्होंने चार्जर एक्सेसरीज के रूप में खरीदा.

सरकार की जांच और सब्सिडी रोकने के बारे में पूछे जाने पर ओला इलेक्ट्रिक के फाउंडर और CEO भाविश अग्रवाल ने हाल ही में CNBC-TV18 को बताया था कि सरकार जो भी करने के लिए कहेगी, कंपनी करेगी. इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि ओला इलेक्ट्रिक सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए सरकार से बात कर रही है. CNBC की रिपोर्ट के मुताबिक जांच के दायरे में ओला इलेक्ट्रिक के अलावा हीरो मोटोकॉर्प, TVS मोटर कंपनी और एथर एनर्जी भी हैं.

क्या है मामला

​एक व्हिसिल​ ब्लोअर की शिकायत के बाद भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर कंपनी, एथर एनर्जी और ओला इलेक्ट्रिक की जांच की जा रही है. इन कंपनियों पर आरोप है कि इन्होंने सब्सिडी का दावा करने के लिए जानबूझकर अपने स्कूटर्स की कीमतों को कम रखा है. कंपनियों पर आरोप है कि उन्होंने सब्सिडी का फायदा उठाने के लिए वाहनों की कीमत को कम तो रखा लेकिन चार्जर और सॉफ्टवेयर के नाम पर ग्राहकों से अलग से पैसे वसूल लेते हैं.

बता दें कि FAME स्कीम के तहत केवल उन इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के लिए सब्सिडी का दावा किया जा सकता है जिनकी कीमत 1.50 लाख रुपये से कम है. कंपनियों ने पहले दावा किया था कि अतिरिक्त लागत अतिरिक्त सॉफ्टवेयर फीचर्स और ऑफ बोर्ड चार्जर के लिए थी.