महंगाई की आग में झुलस रहे आम आदमी के लिए थोड़ी सी रहात हरी सब्जियां दे रही हैं. चंद महीने पहले तक 60 से 80 रुपये प्रति किलो के भाव से बिकने वाली सब्जियों की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है. शादियों के सीजन के चलते हरी सब्जियों की डिमांड कम हो गई है. लेकिन इसी बीच टमाटर और लाल हो गया है, यानी टमाटर के रेट से लोग अब बेहाल होने लगे है. आलम ये है कि टमाटर मार्केट में 60 से 80 रुपए किलो के बीच बिक रहे है.

मितुल कोठारी

राजधानी रायपुर के बड़े किसानों में से एक मितुल कोठारी बताते है कि स्थानीय स्तर पर यानी प्रदेश में जिन-जिन इलाके में बड़ी तादाद में टमाटर की खेती होती है, वहां टमाटर की फसल लगभग खत्म हो चुकी है. पूरा बाजार बैंगलुरु और नासिक समेत कुछ अन्य जगहों  से आने वाले टमाटर पर निर्भर कर रहा है. इसका नतीजा ये हुआ कि वहां निर्यात का दबाव बढ़ गया और कीमत में वृद्धि हो गई.

200 रुपए था क्रेट, अब 1200 से 1500 रुपए

 अप्रैल में अच्छी क्वालिटी का टमाटर सब्जी मंडी में 200 रुपए क्रेट में बिक रहा था. एक क्रेट में 25 किलो के हिसाब से टमाटर की कीमत 8 रुपए किलो हुई. अब 1200 से 1500 रुपए क्रेट बिक रहा है.