सतीश चांडक: सुकमा -जिले में एक और छात्र की मौत हो गई। पोटाकेबिन में अध्ययनरत छात्र को दो दिन से बुखार आ रहा था। बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रिफर किया गया। रास्ते मे ही छात्र ने दम तोड़ दिया। पोटाकेबिन गादीरास में क्लास पहली का छात्र बंशी उम्र 5 साल पिता रामू सोनाकुकानार के राउत पारा निवासी है।

गुरुवार को जिले के गादीरास पोटाकेबिन के छात्र बंशी यादव को तेज बुखार आया। पोटाकेबिन अधीक्षक ने इलाज के लिए गादीरास के डॉक्टर को दिखाया,जहां डॉक्टर ने दवाई दी,लेकिन दूसरे दिन शुक्रवार को सुबह बंशी ने उल्टी की तो अधीक्षक तत्काल बंशी को गादीरास अस्पताल ले गया, वहां से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस दौरान उसके पिता रामू को सूचना दी गई और वो भी जिला अस्पताल आ गया। जिला अस्पताल में दिनभर इलाज चला,लेकिन बंशी की हालत में सुधार नहीं हुआ। हालात गंभीर देखकर उसे शाम करीब 4 बजे बेहतर इलाज के लिए जगदलपुर रिफर किया गया, लेकिन वहां पहुँचने से पहले डिमरापाल में ही बंशी ने दम तोड़ दिया। रात में ही शव को उसके घर भेज दिया गया।

नही हुआ पीएम

बंशी का शव देर रात को बिना पोस्टमार्टम किये उसके घर भेज दिया गया। अधीक्षक ने बताया कि पीएम के लिए पिता ने मना किया और लिखित में भी दिया कि पीएम नही करना है। वही उसके पिता रामू ने बताया कि मैने पीएम के लिए मना किया था। उस वक्त मुझे कुछ भी समझ मे नही आ रहा था।

समय पर इलाज कराया गया

पोटाकेबिन अधीक्षक चेरपा ने बताया कि बुखार आने पर तत्काल गादीरास अस्पताल लेकर गया। वहा इलाज किया गया। उसके बाद जिला अस्पताल और फिर जगदलपुर ले जाया गया। लेकिन रास्ते मे ही खत्म हो गया।

नही था मलेरिया
गादीरास के डॉक्टर एसके देवांगन ने बताया कि बंशी को बुखार था। मलेरिया चेकअप कराया गया लेकिन नही निकला, इसलिए जिला अस्पताल भेजा गया।

कल मिली थी सूचना

पिता रामू ने बताया कि कितने दिन से तबियत खराब थी,वो नही पता,लेकिन कल सुबह सूचना मिली तो मैं जिला अस्पताल गया। उसके बाद जगदलपुर भेजा गया। लेकिन मेरा बेटा नही बच पाया।

बंशी के घर पहुँचे जिला शिक्षा अधिकारी राजेन्द्र ठाकुर ने बताया कि बच्चे को बुखार आ रहा था। उसका इलाज पहले गादीरास, सुकमा फिर जगदलपुर भेजा गया। कल खुद वहां जाकर मेने बच्चे को देखा था और डॉक्टर से बात की थी। अब कैसे खत्म हुआ ये समझ मे नही आ रहा। जबकि इलाज सही समय पर शुरू हो गया था ।

उसी पोटाकेबिन में दो दर्जन बुखार पीड़ित

उसी पोटाकेबिन में वायरल , सर्दी से करीब दो दर्जन बच्चे पीड़ित है। डॉक्टर ने वहां केम्प लगा रखा है। डॉक्टर की माने तो मौसम के कारण इतने ज्यादा बच्चे प्रभावित है। सबका चेकअप किया जा रहा है