रायपुर। राजधानी रायपुर में कुत्तों ने आखिरकार फिर से एक मासूम की जान ले ली. दरअसल अनुपम नगर में एक साल की बच्ची पर कुत्तों ने हमला कर दिया. बच्ची रिया के माता-पिता श्रमिक हैं, जो घर से उस वक्त बाहर थे. बच्ची के पिता गोरेलाल साहू और मां गंगा साहू सरसीवां से काम करने के लिए यहां आए थे.

मृतक बच्ची रिया की मां

बताया जा रहा है कि जिस वक्त कुत्तों ने बच्ची पर हमला किया, उस समय घर में सिर्फ बच्ची का 5 वर्षीय बड़ा भाई मौजूद था. बच्ची की मां काम करने के लिए गई हुई थी. सुबह 6 बजे की घटना बताई जा रही है. कुत्तों के हमले से एक साल की बच्ची रिया की मौत हो गई. फिलहाल बच्ची के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मेकाहारा लाया गया है. बता दें कि कुत्ते ने बच्ची के शव को भी ले जाने की कोशिश की, हालांकि पड़ोसी ने देख लिया.

वहीं बच्ची की मौत से माता-पिता सदमे में हैं. वहीं इस घटना से नगर निगम की कार्यप्रणाली की पोल भी खुल गई है. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी बच्ची की जान कुत्तों के हमले से गई है. 2014 में भी देवेंद्रनगर में एक बच्ची की मौत कुत्तों के हमले से हो गई थी. वहीं 2016 में भी बृज और मोती नगर में कुत्ते ने 20 से ज्यादा लोगों को घायल कर दिया था. उस वक्त गुस्साए लोगों ने भी 4 कुत्तों को मार दिया था.

वहीं लोग सुनसान रास्तों पर शाम ढलते ही निकलने से डरने लगते हैं, लेकिन नगर निगम हाथ पर हाथ धरे बैठा रहता है. डॉग कैचर की टीम आती भी है तो दिन के वक्त. जिसके कारण उन्हें उस वक्त कुत्ते नहीं मिलते. वहीं कुत्तों की नसबंदी का मामला भी ठंडा पड़ा हुआ है.

इधर नगर निगम केवल अपनी पीठ थपथपाने में लगा हुआ है. विभिन्न योजनाओं के लिए वो केवल वाहवाही लूट रहा है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है.

मृतक बच्ची रिया के पिता