मध्यप्रदेश के इटारसी और सिंगरौली जिले में दो अलग अगल मामले में जमकर हंगामे की खबर। इटारसी में जहां स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद संचालन को लेकर एबीवीपी में जमकर विरोध जताया, वहीं सिंगरौली में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान शिविर में अधिकारियों की मौजदूगी में किसी बात को लेकर पार्षद और पूर्व पार्षद आपस में भिड़ गए। मामला इतना बढ़ा कि पुलिस को शांत कराना पड़ा।

इन्द्रपाल सिंह इटारसी। शहर के मालवीय गंज स्थित रॉयल ट्रिनिटी स्कूल में एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गेट पर ताला लगाकर जमकर हंगामा किया। जानकारी के अनुसार स्कूल की मान्यता रद्द होने के बाद भी स्कूल प्रबंधन द्वारा स्कूल का संचालन किया जाने का विरोध एबीवीपी द्वारा किया गया।

हंगामे के दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं और स्कूली छात्रों के परिजनों के बीच जमकर बहस हुई। हंगामा की सूचना मिलते ही तहसीलदार राजीव कहार, सिटी पुलिस मौके पर पहुंची। एबीवीपी कार्यकर्ताओं को तहसीलदार द्वारा समझाने का प्रयास किया गया। एबीवीपी नेताओ द्वारा स्कूल संचालक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की गई।

पार्षद और पूर्व पार्षद आपस में भिड़े
पुष्पलेश द्विवेदी, सिंगरौली। नगर निगम के पार्षद और एक पूर्व पार्षद में किसी मुद्दे को लेकर जदमकर बवाल का मामला सामने आया है। विवाद गाली गलौज से लेकर मारपीट की नौबत तक पहुंच गया था। इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो की पुष्टि लल्लूराम डॉट काम नहीं करता है।

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जानकारी के अनुसार नगर निगम के एक वार्ड में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान शिविर लगा हुआ था। शिविर के दौरान क्रमांक 20 के पार्षद शत्रुहन लाल साहू ने वार्ड 20 के बीजेपी के पूर्व पार्षद अलख राम बैस एवं उनके सहयोगी द्वारा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने व गाली गलौज एवं मारपीट की स्थिति निर्मित पैदा करने का गंभीर आरोप लगाया है। मामले की शिकायत विन्धनगर थाना के जयंत चौकी में वर्तमान पार्षद द्वारा दर्ज कराई गई है। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान शिविर कार्यक्रम के दौरान यह हंगामा हुआ है। विवाद की सूचना पर जयंत चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को किसी तरह शांत कराया। यह भी बताया जाता है कि विवाद के दौरान निगम और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद थे।

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