रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन रोजगार और पंजीकृत बेरोजगार का मुद्दा उठा. भाजपा विधायकों ने मान्यता नहीं होने के बाद भी CMII को 2 करोड़ रुपए का विज्ञापन देने का आरोप लगाया. इसके साथ ही संस्था के सर्वे को प्रायोजित बताते हुए सदन में हंगामा मचाया. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने वॉक आउट किया.

भाजपा विधायक अजय चन्द्राकर ने कहा कि प्रदेश में 18 लाख 78 हजार से अधिक बेरोजगार पंजीकृत हैं. CMII के आंकड़ों को शासकीय मान्यता नहीं है. जब संस्था को मान्यता नही है, तो उस संस्था के आंकड़ों पर विज्ञापन क्यों दिया गया. उन्होंने CMII को 2 करोड़ रुपए का विज्ञापन देने का आरोप लगाया. चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत को भी हस्तक्षेप करना पड़ा.

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. महंत ने रोजगार के मसले को गंभीर बताया. इसके साथ ही सत्ता पक्ष की टोका-टाकी पर उन्होंने कहा कि जो विषय मुझे गंभीर लगेगा, उस विषय को मैं जितने समय तक चाहूं चर्चा कराऊंगा. मंत्री उमेश पटेल ने बेरोजगारी के आंकड़े बताने में असमर्थतता जताई. शिवरतन शर्मा ने कहा कि CMII की रिपोर्ट प्रायोजित सर्वे है.

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