महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाला दर्द प्रोस्टाग्लैंडिन, जो कि हार्मोन्स जैसी चीज़ के कारण होता है. प्रोस्टाग्लैंडिन के चलते यूटरस सिकुड़ जाता है. लेकिन ऐसे कुछ घरेलू नुस्खे है जिससे आप दर्द से काफी राहत मिलेगी.
बहुत काम की है गर्म पानी की बोतल
आपमें से जिस किसी ने पीरियड्स के दौरान पेट पर गर्म पानी की बोतल रखी होगी, उन्हें पता होगा कि हल्की-सी गर्माहट से पीरियड्स के दर्द से कितना आराम मिलता है. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि गर्मी यूटरस की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को रिलैक्स करती है. पीरियड्स के दिनों में पेट को गर्मी पहुंचाने के लिए कई तरह के हीटिंग पैड्स बाज़ार में उपलब्ध हैं.
अदरक
आप अपने लिए कैमोमाइल टी बनाएं और उसमें ढेर सारा अदरक डालें. अदरक में दर्द को कम करने का गुण होता है. अदरक शरीर में प्रोस्टाग्लैंडिन के स्तर को घटाता है, वहीं शोध कहते हैं कि कैमोमाइल में दर्द निवारक क्षमता होती है.
सौंफ
हर घर में आसानी से उपलब्ध सौंफ में ऐंटीस्पैज़्मॉडिक (मरोड़ कम करना) और ऐंटीइन्फ़्लेमेटरी गुण होते हैं, जिसकी वजह से क्रैम्प्स और दर्द से आराम मिलता है. तो जब भी पेट दर्द करे तब थोड़ी-सी सौंफ चबा लें. आप पानी में सौंफ डालकर उबाल लें और उसे घूंट-घूंट करके पिएं.
दालचीनी
पेटदर्द से आराम मिलने के साथ-साथ दालचीनी से पेट के भारीपन और सूजन से भी आराम पहुंचता है. दालचीनी में फ़ाइबर, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम की प्रचुर मात्रा होती है. थोड़े-से पानी में आधा चम्मच दालचीनी डालें और घोलकर पी जाएं. दिन में दो-तीन बार ऐसा करने से आराम मिलेगा.
कैफ़ीन से तौबा
पीरियड्स के दौरान गर्म पेय पीने की सलाह दी जाती है, पर पीरियड्स के समय कॉफ़ी तो भूलकर भी न पिएं. कॉफ़ी में कैफ़ीन होता है, जिसके चलते ब्लड वेसल्स (रक्त धमनियां) और संकुचित हो जाती हैं और पेट में ऐंठन तथा दर्द बढ़ जाता है.