नई दिल्ली: कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की मेहनत रंग लाई और पाकिस्तान करतारपुर कॉरीडोर खोलने को राजी हो गया है. पिछले दिनों पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए नवजोत सिंह सिद्धू को काफी तंज सुनने पड़े थे लेकिन ये अच्छी खबर उनके साथ ही बाकी लोगों के लिए भी राहत भरी है. बता दें कि सिख समुदाय लंबे अरसे से इसे खोलने की मांग कर रहा था.

पाकिस्तान की ओर से करतारपुर कॉरिडोर खोलने पर पंजाब कैबिनेट के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि मेरे दोस्त इमरान खान ने मेरा जीवन सफल कर दिया. लाखों सिख श्रद्धालुओं की इच्छा पूरी हो रही है, राजनीति को गुरुघर से अलग कर दो. सिद्धू ने सभी लोगों को फैसले के लिए बधाई दी और कहा कि इस फैसले से फासले कम होंगे. लोगों की अपील बाबा ने सुनी है. इसका झप्पी से कोई सरोकार नहीं ये बाबा की कृपा है.

गुरुनानक साहब की पुण्यतिथि पर खुलेगा कॉरीडोर

सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक की 550वीं पुण्यतिथि पर साल 2019 में खोला जाएगा. 22 सितंबर, 1539 को गुरुनानक की मृत्यु करतारपुर में ही हुई थी. करतारपुर में ही गुरुनानक साहब का समाधि स्थल है, जिसे करतारपुर साहिब के नाम से जाना जाता है. श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी द्वारा निर्मित करतारपुर गुरुद्वारा, करतारपुर में जालंधर शहर के 16 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित है. हर साल, गुरु की जयंती मनाने के लिए एक मेला आयोजित किया जाता है. आने वाले लोग चौबचा (अच्छी तरह से पानी को संजोने वाला कुंआ) के अवशेष देख सकते हैं, जिसमें पहले पूरी तरह काम करने वाले फब्‍बारे थे. यह गुरुद्वारा श्री चौबचा साहिब के रूप में भी जाना जाता है. यह वह जगह भी है, जहां श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी जरनैल पैंदे खान के साथ शतरंज खेलते थे.