Paris Olympic 2024, Artistic Swimming : इन दिनों गूगल पेरिस ओलंपिक के लिए रोज अलग-अलग खेलों पर डूडल जारी कर रहा है. 26 जुलाई से यह सिलसिला जारी है. आज का डूडल कलात्मक तैराकी पर आधारित है.

इन दिनों पेरिस ओलंपिक 2024 की धूम है. इन खेलों के 11वें दिन रोजाना की तरह आज भी गूगल ने ओलंपिक खेलों के लिए एक नया डूडल जारी किया है. 6 अगस्त का आज का डूडल Artistic Swimming के लिए बनाया गया है, जिसे हिंदी में कलात्मक तैराकी कहते हैं. इस डूडल में दिख रहा है कि तीन बर्ड्स पानी में तैराकी करते नजर आ रहे हैं.  दूसरे बड्स ऑडियंस की तरह कॉम्पटीटर्स का उत्साह बढ़ाते हुए उन्हें चीयर कर रहे हैं.

गूगल पर बनाए गए इस डूडल पर क्लिक करके आप ओलंपिक खेल पेरिस 2024 के लिए कलात्मक तैराकी के शेड्यूल और नतीजे देख सकते हैं. Artistic swimming Free routine आज रात 11PM के लिए शेड्यूल हुआ है, जिसका डिस्क्रिप्शन है-कलात्मक तैराकी प्रतियोगियों के दिमाग में दो बातें होती हैं, तालमेल और तैरना. हम इस आर्टिकल में जानते हैं कि आखिर क्या है कलात्मक तैराकी और इसे कब ओलंपिक में जोड़ा गया था…

क्या है कलात्मक तैराकी है, जिसे 1984 में ओलंपिक में जोड़ा गया था

कलात्मक तैराकी को 1984 में ओलंपिक में शामिल किया गया था. कलात्मक तैराकी विश्व के कई क्षेत्रों में एक संगठित शौकिया खेल है, जो विश्व एक्वेटिक्स की सामान्य देखरेख में होता है. इसे पहले पहले विश्व जलक्रीड़ा अकादमी के नाम से जाना जाता था.   यह  तैराकी, जिमनास्टिक और नृत्य का मिश्रण है. जिसे एथलीट कोरियोग्राफ करते दिखते हैं.

कलात्मक तैराकों को बेस्ट क्यों माना जाता है? (Paris Olympic 2024, Artistic Swimming)

कलात्मक तैराकी के दौरान एथलीट कभी खुद को पानी से बाहर फेंकते हैं तो कभी पानी के अंदर खुद को स्थिर करते हैं. इसे करना बेहद कठिन होता है. जिसके लिए खूब मेहनत करनी पड़ती है. कलात्मक तैराकों को पानी में पूरी तरह से निपुण होने के लए पानी के अंदर और बाहर दोनों जगह बेहतरीन फिटनेस प्रदर्शित करनी पड़ती है. यही वजह है कि कलात्मक तैराकों को दुनिया के सबसे फिट एथलीटों में से एक माना जाता है.

पानी के अंदर परफॉर्म करते हैं एथलीट

कलात्मक तैराकी में म्यूजिक के साथ एथलीट पानी के अंदर इस परफॉर्म करते हैं. ओलंपिक में इसके 2 इवेंट होते हैं. युगल और टीम प्रतियोगिता. हर एक इवेंट में एक फ्री रूटीन और एक तकनीकी रूटीन होता है. एथलीटों का मूल्यांकन और स्कोर कठिनाई की डिग्री, संगीत और कोरियोग्राफी के आधार पर किया जाता है, इसलिए इसे जिमनास्टिक और तैराकी के संयोजन के रूप पहचाना जाता है.