रायपुर। छत्तीसगढ़ के 10 जिलों के 281 बसावट में जल में फ्लोराइड की अधिकता का मामला राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने संसद में उठाया. इसमें सबसे ज्यादा कोरबा जिले के 185 और महासमुंद के 39 बसाहट शामिल है.

सांसद रामविचार ने इसकी जिले वार जानकारी मांगी, साथ ही इस गंभीर समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार द्वारा किये जा रहे कार्यो की जानकारी मांगी. केंद्रीय राज्य मंत्री जल शक्ति मंत्रालय रतन लाल कटारिया ने अपने लिखित जवाब में जानकारी बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 10 जिलों के 281 बसावटों के भू-जल में फ्लोराइड संदूषण पाए गए है, जिसमें बीजापुर में 10 बसावट, जांजगीर – चांपा के 3, कांकेर के 14, कोंडागांव के 3, कोरबा के 185, कोरिया के 14, महासमुंद के 39, रायपुर के 14,सूरजपुर के 3 सरगुजा के 3 बसाहट शामिल है.

मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार जल जीवन मिशन के तहत राज्य सरकार को तकनीकी और वितीय सहायता उपलब्ध करा रही है, इसके साथ ग्रामीण क्षेत्रों को साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ही योजना का प्रचालन एवं रखरखाव करती है. मार्च 2016 की नीति आयोग की सिफारिश पर सामुदायिक जल शुद्धिकरण सयंत्रों की स्थापना के लिए छत्तीसगढ़ को 105 लाख रुपए आबंटित किया गया है. इसके अलावा मार्च 2017 में राष्ट्रीय जल गुणवत्ता उप मिशन की शुरुवात की गई थी, इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ राज्य को अब तक 92 लाख रुपए की धनराशि आबंटित की जा चुकी है.