रायपुर. कलेक्टर के आदेश के चलते यात्री परेशान हो रहे हैं. खरोरा, बन्गोली, सारागांव, जरौदा, तर्रा, दोन्देकला, दोन्देखुर्द के लोग काफी परेशान हैं. उनका कहना है कि उन्हें बेवजह यात्रा करनी पड़ रही है. यदि सारागांव के व्यक्ति को 20 किलोमीटर दूर सड्डू या मोवा जाना है तो उसे पहले 35 किलोमीटर दूर भाठागांव जाना पड़ता है. फिर वहां से मोवा. जिसकी वजह से यात्रियों को टैक्सी चालकों को इसकी दोगुनी कीमत चुकानी पड़ रही है.

खरोरा, सारागांव, दोन्दे के कई विद्यार्थी, जिनमें से ज्यादातर लड़कियां हैं, वे कॉलेज की पढ़ाई के लिए लोधी चौक, कपड़ा मार्केट, या कचहरी चौक के कॉलेजों में जाती हैं. जिसमें उन्हें 20 से 30 रुपये गाड़ी का किराया देना होता था.

अब उन विद्यार्थियों को बेवजह घूम के जाना पड़ रहा है. कई परिवारों की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है. मामले में ग्रामीणों ने विधायक अनिता योगेंद्र शर्मा को अपनी समस्या बताई. विधायक ने आश्वासन दिया कि वे रायपुर कलेक्टर से मिलकर ग्रामीणों की परेशानियों को दूर करने की कोशिश करेंगी.

चोर के इंतेजार में रात में बैठी थी आरपीएफ, ऐसे दबोचा पूरा गैंग

वापस लौटाने का फरमान

बता दें कि बीते दिनों कलेक्टर कार्यालय से एक आदेश जारी किया गया है. इसमें बलौदाबाजार, खरोरा रोड से आने वाले जीप और टैक्सी को रायपुर शहर में घुसने पर रोक लगाई गई है. उन्हें विधानसभा ओवरब्रिज से वापस लौटाने का फरमान जारी किया गया है.

ऑटो चालकों की मनमानी से परेशान यात्री

पंडरी बस स्टैंड के नए बस स्टैंड में शिफ्ट हो जाने के कारण सभी गाड़ियां विधानसभा बाईपास होते हुए भाटागांव नए बस स्टैंड की ओर जाती है. इससे रायपुर शहर में जाने वाले यात्रियों को विधानसभा ओवरब्रिज पर ही उतार दिया जाता है. ऐसे में यात्रियों को 20 रुपये अलग से किराया देकर ऑटो से रायपुर शहर प्रवेश करना पड़ता है. इतना ही नहीं यात्रियों को ऑटो चालकों की मनमानी का भी सामना करना पड़ता है. वहीं जीप और टैक्सी सीधे घड़ी चौक जा रहे थे. जिन्हें ओवरब्रिज के पास ही रोका जा रहा है. ऐसे में यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.