भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने पटना मेट्रो के लिए भूमिगत सुरंग के निर्माण के दौरान मारे गए ओडिया मजदूरों के शवों को लाने के लिए कदम उठाया है।
निर्माण स्थल पर ओडिशा के तीन मजदूर काम कर रहे थे, जिनमें से दो की मौत हो गई और एक गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतक मनोज और श्याम थे।

ओडिशा के श्रम मंत्री गणेश रामसिंह खुंटिया ने आज बताया कि घायलों में बिजय शामिल है। उन्होंने बताया कि डीएलओ सत्यनारायण आचार्य को पटना में दुर्घटना स्थल का दौरा करने और शवों को ओडिशा लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। यह घटना सोमवार देर रात अशोक राजपथ पर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) मोड़ के पास हुई।

रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना तब हुई जब सुरंग के भीतर सामग्री ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लोको मशीन में ब्रेक फेल हो गया। खराबी के कारण कई कर्मचारी लोकोमोटिव मशीन के रास्ते में फंस गए। मशीन की चपेट में सात कर्मचारी आ गए और उनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई।

घायल कर्मचारियों को बचा लिया गया और उन्हें पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) ले जाया गया, जहां दो कर्मचारियों की मौत हो गई। निर्माण की देखरेख कर रहे दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने घटना की पुष्टि की है और ब्रेक फेल होने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। इस घटना से साइट पर काम करने वाले कर्मचारियों में असंतोष फैल गया, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया।