मुंबई. शिवसेना नेता संजय राउत आज कथित मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के सामने पेश हुए हैं. मामले में ईडी के अफसर उनके पूछताछ कर रहे हैं. एजेंसी ने राउत को 28 जून को सम्मन भेजा था, लेकिन उनके वकील ने जांच एजेंसी से पेश होने के लिए कुछ और वक्त मांगा था. ईडी ने मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुन: विकास और राउत की पत्नी तथा दोस्तों से संबंधित वित्तीय लेनदेन से जुड़ी धन शोधन की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए राज्यसभा सदस्य को सम्मन भेजा था.

इससे पहले ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का बयान दिसंबर 2021 में दर्ज किया था. राउत की पत्नी वर्षा राउत 1034 करोड़ के पात्रावाला चॉल घोटाले मामले में गिरफ्तार पीएमएलए आरोपी प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत के साथ सिद्धांत सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में पार्टनर हैं. इसी सिद्धांत सिस्कोन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से 55 लाख रुपए माधुरी राउत ने संजय राउत की पत्नी को बिना ब्याज के लोन के तौर पर दिए थे, जिससे संजय राउत परिवार ने दादर में फ्लैट खरीदा था, जिसे ईडी ने सीज कर लिया है.


ये है पूरा मामला?
दरअसल ये पूरा मामला मुंबई के पात्रा चॉल घोटाले से जुड़ा है. आरोप है कि इस पुनर्वास योजना के तहत करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ. इसमें संजय राउत के करीबी प्रवीण राउत को सीधे आरोपी बनाया गया. ईडी ने इससे पहले प्रवीण राउत और संजय राउत की पत्नी से जुड़ी संपत्तियों को भी जब्त किया था. एजेंसी का दावा है कि इस घोटाले के तहत करीब एक हजार करोड़ रुपए का हेरफेर हुआ है. इसी मामले को लेकर अब संजय राउत से भी पूछताछ की जा रही है. हालांकि राउत पहले से ही आरोप लगाते आ रहे हैं कि केंद्र सरकार की तरफ से उन्हें टारगेट किया जा रहा है.