रायपुर. आयुर्वेद में पत्थरचट्टा के औषधीय गुण बताए गए है. ये किड़नी में पथरी की समस्या को खत्म करने में बेहद कारगर होता है. पथरी एक ऐसी बीमारी है किसी व्यक्ति को बार-बार चपेट में ले सकती है. हालांकि इस जोखिम को कम करने के लिए आप कुछ चीजें कर सकते हैं. हम आपको बता रहे हैं कि गुर्दे की पथरी क्या हैं और इससे राहत पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं.

गुर्दे की पथरी क्या है?

गुर्दे की पथरी या नेफ्रोलिथियासिस के रूप में भी जाना जाता है, गुर्दे की पथरी कठोर, ठोस अपशिष्ट पदार्थों से बनी होती है जो किडनी में बनते हैं और क्रिस्टल बनाते हैं. छोटी पथरी होने पर आमतौर पर कोई समस्या नहीं होती है, जबकि बड़ी पथरी मूत्र प्रणाली के हिस्से में रुकावट पैदा कर सकती है और दर्द का कारण बन सकती है. इससे गंभीर दर्द, उल्टी और रक्तस्राव हो सकता है. Read More – 10 मिनट सुबह-सुबह नंगे पैर घास पर चलें, नहीं होगी ये 6 बीमारी…

पत्थरचट्टा पौधा है रामबाण इलाज

अगर हम पत्थरचट्टे के पौधे के बारे में बात करें तो यह सीधा, तना हुआ, लंबा और 12 महीने उगने वाला पौधा होता है. यह पौधा 1-2 मीटर लंबा होता है. ये एक विशेष प्रकार की जड़ी-बूटी होती है, जो कि भारत के सभी घरेलू पौधों के रूप में आसानी से पाई जाती है. पत्थरचट्टा के प्रयोग से पथरी आसानी से निकल जाती है. इसके सेवन से 10- 15 एमएम तक की पथरी पेशाब के जरिए बाहर निकल जाती है. Read More – Constipation : अगर आपको भी है कब्ज की परेशानी, तो रोज करें उत्कटासन …

ऐसे करें इस्तेमाल

पत्थरचट्टा के 4-5 पत्ते को एक गिलास पानी में पीसकर प्रतिदिन सुबह-शाम पीना चाहिए. इसका लगभग 1 से 2 महीने तक लगातार सेवन करने से पथरी की समस्या से छुटकारा मिल जाती है और इसमें सबसे खास बात यह होता है कि जब पथरी की समस्या एक बार दूर हो जाती है, तो दुबारा होने की संभावना काफी कम हो जाती है. यदि आप भी पथरी की समस्या से परेशान है, तो एक बार इसका प्रयोग अवश्य करके देखें निश्चय ही लाभ होगा.