Paytm ONDC Startup Deal: मुश्किलों से जूझ रही पेटीएम ई-कॉमर्स स्टार्टअप Bitsila को खरीदने जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेटीएम और बिटसिला के बीच डील अंतिम चरण में है और जल्द ही पूरी हो सकती है. बेंगलुरु स्थित बिट्सिला एक ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स स्टार्टअप है.
ओएनडीसी में विक्रेता-साइड ऐप के रूप में इस स्टार्टअप की भूमिका बी2बी (बिजनेस टू बिजनेस) है क्योंकि यह छोटे व्यापारियों को नेटवर्क से जोड़ने में मदद करता है. बिटसिला की शुरुआत 2020 में दशरथम बिटला और सूर्या पोक्कली ने की थी. जबकि पेटीएम ONDC पर एक खरीदार ऐप है. बिट्सिला की खरीद के साथ, पेटीएम नेटवर्क के विक्रेता पक्ष तक भी पहुंच जाएगा और ओएनडीसी पर अपनी पकड़ और मजबूत कर लेगा.
ओएनडीसी क्या है? (Paytm ONDC Startup Deal)
यह विक्रेता और खरीदार यानी ग्राहक दोनों को एक-दूसरे से सीधे जोड़ता है. ओएनडीसी एक गैर-लाभकारी कंपनी है. एसबीआई, एचडीएफसी जैसे कई बैंक इसके शेयरधारक हैं. इस कंपनी को भारत सरकार का समर्थन प्राप्त है. ओएनडीसी पर पूरे भारत में 35 हजार से अधिक विक्रेता हैं. 38 लाख से ज्यादा आइटम बिक्री के लिए उपलब्ध हैं. आप अपनी जरूरत के मुताबिक कैटेगरी चुनकर सामान ऑर्डर कर सकते हैं.
ONDC के माध्यम से सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध
ओएनडीसी के जरिए ऑर्डर करने पर खाना या सामान सस्ती दरों पर मिल रहा है. इसे उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने तैयार किया है. जहां स्विगी-ज़ोमैटो जैसे फ़ूड एग्रीगेटर 25-30% कमीशन लेते हैं, वहीं ONDC केवल 3-5% चार्ज करता है. इसलिए इससे कुछ भी ऑर्डर करना 27% तक सस्ता है.
RBI की कार्रवाई से Paytm मुश्किल में!
आरबीआई ने 31 जनवरी को पेटीएम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए पेटीएम पेमेंट बैंक की सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था. इसके तहत 29 फरवरी के बाद पेटीएम पेमेंट बैंक खाते में पैसे जमा नहीं होंगे. इस बैंक के जरिए वॉलेट, प्रीपेड सेवाओं, फास्टैग और अन्य सेवाओं में पैसे जमा नहीं किए जा सकेंगे. हालाँकि, ब्याज, कैशबैक और रिफंड किसी भी समय खाते में जमा किया जा सकता है.
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