चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश में इन दिनों भीषण गर्मी का कहर देखने को मिल रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे आसमान से आग बरस रही है। नौ तपे शुरू होने से पहले हाल ये हैं तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि नौ तपे में प्रदेशवासियों का हाल क्या होगा। वहीं वैज्ञानिक रूप से नौ तपा का अर्थ क्या है और पुराणों के अनुसार इसे कैसे देखा जाता है। आइए जानते हैं।

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के कई जिलों में तापमान 42 से 43 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। इसी बीच 25 मई से शुरू हो रहे नौ तपा की आहट से ही लोगों के पसीने छूट रहे हैं। मध्य प्रदेश के मालवांचल में गर्मी आसमान से आग बनकर बरस रही है। अभी तो नौ तपा की शुरुआत भी नहीं हुई, लेकिन गर्मी का पारा ऊपर पहुंच रहा है।

टोल नाके में महिला कर्मचारी की दर्दनाक मौत: रसीद कटवाने के बाद आगे बढ़ रहा था ट्रक, साड़ी का पल्लू फंसने से चक्के के नीचे आई, घटना CCTV में कैद

क्या है नौ पता
वैज्ञानिक रूप से नौ तपा का अर्थ जाने तो इन दिनों तपती गर्मी पड़ती है, जिसमें सूर्य और धरती के बीच की दूरी कम हो जाती है। जिसके कारण धरती पर सूर्य का तेज बहुत अधिक महसूस होता है। जिससे भीषण गर्मी पड़ती है और इसे ही नौ तपा कहा जाता है।

पुराणों के अनुसार नौ पता

पुराणों के अनुसार जिस तरह से हम संतान उत्पत्ति करते हैं ठीक वैसे ही पेड़ पौधों भी हमारी संतान है। इसलिए नौतपा में पेड़ पौधे लगाना चाहिए। उसके अलावा पानी के मटके दान करना चाहिए, साथ ही फलों का वितरण भी करना चाहिए। पंडितो के अनुसार, इस समय में जो संतान उत्पन्न होती है। वह अति बलवान और मजबूत होती है। भगवान कृष्ण का जन्म भी इसी रोहिणी नक्षत्र में हुआ था।

वहीं ग्रामीण मौसम विशेषज्ञ एच एल खपेडिया का कहना है कि, 25 मई से शुरू होने वाले नौतपा मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में करीब तापमान 44 से 45 डिग्री के बीच होने की संभावना बनी हुई है।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H