महाराजगंज. फरेंदा तहसील क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोक विद्यापीठ नगर एक ऐसा अस्पताल है, जहां डॉक्टर हैं, फार्मासिस्ट हैं, मरीज हैं, मरीजों की सुविधाओं के लिए एंबुलेंस है, लेकिन अस्पताल तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं है.

बता दें कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोक विद्यापीठ नगर सन 2000 में तत्कालीन मंत्री अमरमणि त्रिपाठी द्वारा उद्घाटन किया गया था. लेकिन उच्चाधिकारियों व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते आज 22 साल बाद भी इस अस्पताल पर जाने के लिए रास्ता नहीं है. मामले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लोक विद्यापीठ नगर पर तैनात डॉक्टर व फार्मासिस्ट ने बताया कि अस्पताल तक आने वाले रास्ते पर अतिक्रमणकारियों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया है, जिससे स्टाफ के साथ-साथ मरीजों के आने जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है. यहां तक की एंबुलेंस से लाए गए मरीज को अस्पताल से 100 मीटर दूरी पर ही खड़े करके किसी तरह पहुंचना पड़ता है.

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इस संबंध में अधीक्षक डॉक्टर एमपी सोनकर से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मामले में उच्चाधिकारियों से कई बार बात की गई है. जल्द ही इसका कोई हल निकाल लिया जाएगा. वहीं मामले में उप जिलाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने बताया ऐसा भी कोई अस्पताल है, जहां रास्ता नहीं है. इस बारे में आज तक ना तो कभी किसी डॉक्टर ने बताया ना ही किसी मरीज ने. मामला संज्ञान में ले लिया गया है. स्थलीय निरीक्षण कर उचित कार्रवाई करते हुए सुलभ रास्ता उपलब्ध करा दिया जाएगा.