हेमंत शर्मा, इंदौर। कोरोना आपदा नियंत्रण के लिए देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देशभर के चुनिंदा कलेक्टर्स से चर्चा की. इस चर्चा में मध्य प्रदेश के इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर के कलेक्टर्स को भी शामिल होने का मौका मिला. जिसमें तीनों कलेक्टर्स ने पीएम मोदी को कोरोना पर सुझाव दिए.

दरअसल कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रबंधन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को देश के कई राज्यों के कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की. पीएम की इस बैठक में देश के 9 राज्यों के 50 कलेक्टर शामिल हुए थे. जिनमें से 6 कलेक्टर्स को पीएम के साथ बात करने और बोलने मौका मिला था.

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पीएम ने दिए इंदौर कलेक्टर को ये सुझाव
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर के शहरी और ग्रामीण इलाके में कोरोना संक्रमण रोकने और जागरुकता को बढ़ाने के लिए उठाए कदमों की जानकारी दी. मनीष सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सुझाव दिए हैं कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ग्रामीण स्तर पर ज्यादा प्रभावी कदम उठाए जाएं. जीते हारे सभी दलों के कार्यकर्ताओं को कमेटियों में शामिल किया जाए. साथ ही वैक्सीनेशन को प्रभावी तरीके से लागू करने की व्यवस्था हो. ये विशेष तौर पर ध्यान रखा जाए कि किसी भी स्थिति में वैक्सीन खराब न जाए. एक एक डोज जनता के लिए बहुत जरूरी है. साथ ही जबलपुर कलेक्टर ने बैठक के बाद बताया कि पीएम ने मध्यप्रदेश के मॉडल की तारीफ की है. वहीं अन्य राज्यों को भी इसका अनुसरण करने के सलाह दी है.

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सीएम शिवराज भी हुए शामिल
वहीं पीएम के साथ कलेक्टर्स की इस बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए थे. सीएम ने प्रदेश में शुरू किए गए अभियान की जानकारी पीएम मोदी को दी. प्रधानमंत्री से मिले मूल मंत्र के बाद अब ग्रामीण इलाकों में सख्ती और समन्वय से कोरोना प्रोटोकाल का पालन कराया जाएगा. साथ ही वैक्सीनेशन में तेजी लायी जाएगी.

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