रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम एक बड़ा खुलासा करने जा रहा है. ये खुलासा है, छत्तीसगढ़ के बेदह प्रभावशाली और दबंग माने जाने वाले मंत्री अजय चंद्राकर पर लगे भ्रष्टाचार, काले धन और आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले को लेकर.  लल्लूराम डाॅट काॅम के पास मौजूद अहम दस्तावेज बताते हैं कि चंद्राकर पर लगे तमाम आरोपों की जांच भारत सरकार की अलग-अलग एजेंसिया कर रही हैं. इसके निर्देश किसी और ने नहीं बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देश पर गृहमंत्रालय ने जारी किया है.

हालांकि हाईकोर्ट ने हाल ही में आय से अधिक संपत्ति के मामले में मंत्री अजय चंद्राकर को क्लीन चिट दी है. लेकिन इसके बाद भी उनकी मुश्किलें खत्म होती नजर नहीं आ रही है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने जांच का जिम्मा प्रवर्तन निदेशालय और इंकम टैक्स और छत्तीसगढ़ सरकार को दिया है. लल्लूराम डॉट कॉम के पास इन पत्रों की कॉपी है.

इस मामले की शिकायत कृष्ण कुमार साहू और मनजीत कौर बल ने की थी. दोनों ने मंत्री अजय चंद्राकर पर ब्लैकमनी और भष्ट्राचार का आरोप लगाया था.  इसके जवाब ने पीएमओ ने 15 मई 2017 को प्रवर्तन निदेशालय और छत्तीसगढ़ सरकार को चिट्ठी लिखी थी. शिकायतकर्ता कृष्ण कुमार साहू ने बताया कि पीएमओ ने प्रवर्तन निदेशालय और छत्तीसगढ़ सरकार को अजय चंद्राकर की ब्लैकमनी और भ्रष्टाचार के मामले की जांच करके सीधे पीएमओ को अवगत कराने को कहा है.

इसी मामले में कृष्ण कुमार साहू ने वित्त मंत्रालय, केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय और आरबीआई से भी शिकायत की थई. लेकर कृष्ण कुमार साहू द्वारा सीबीडीटी को मिली शिकायत की जांच के लिए आयकर विभाग के महानिदेशक, भोपाल को जांच के निर्देश दिए हैं.

इससे पहले पीएमओ के निर्देश पर मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के खिलाफ मामले के रिज़ार्ट की जांच छत्तीसगढ़ सरकार से कराई है. जिसकी रिपोर्ट केंद्र को भेज दी गई है. इस मामले ने राजनीतिक बवंडर पैदा कर दिया था.