निशा मसीह,रायगढ़. जिले में कुछ दिन पहले कोल माफियाओं पर नकेल कसने को बड़े स्तर पर छपेमार कार्रवाई को अंजाम दिया गया. बिलासपुर संभाग के आईजी दीपांशु काबरा के निर्देश के बाद रायगढ़ के आसपास कोल संग्रहण केन्द्रों में छापे मारे गए थे. उसके बाद अब पुलिस इस गड़बडी में शामिल कोयला तस्करों तथा कोल ट्रांसपोर्टरों के ऊपर कार्रवाई करके जल्द ही उनकी गिरफ्तारी करेगी.
कुछ दिन पहले हुई इस कार्रवाई में लगभग 50 हजार टन कोयला जब्त हुआ है. जिसकी कीमत करोड़ो रूपये बताई जा रही है. इस बड़ी कार्रवाई के जरिए पुलिस की स्पेशल टीम ने खनिज विभाग के साथ मिलकर पूंजीपथरा, राबर्टसन, भूपदेवपुर, रायगढ़ सहित कई जगह स्थित कोल संग्रहण केन्द्रों में छापा मारा था. इस छापेमार कार्रवाई के दौरान वहां से भारी मात्रा में कोयले के संग्रहण पाए जाने के बाद कोल संग्रहण केन्द्र के संचालक एवं ट्रांसपोर्टरों से संबंधित कागजात मांगे थे लेकिन मौके से अनूप ट्रांसपोर्ट, पाल्ली ट्रांसपोर्ट, भारत कोल ट्रांसपोर्ट ने न तो कागजात पेश किए और न ही मौके पर आकर कोई लिखित विरोध पुलिस के सामने दर्ज कराया. इसलिए पुलिस ने इस पूरे मामले में कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करके सभी कोयला ट्रांसपोर्टरों तथा कोल भंडारण करने वाले संचालकों को एक सप्ताह के भीतर अपने कागजात पेश करने को कहा था लेकिन इस पूरे मामले में कुछ कोल ट्रांसपोर्टर अपनी जानकारी पुलिस को न देकर खनिज विभाग को दे रहे हैं और इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है.
खनिज विभाग के संचालक एस.एस.नाग बताते हैं कि इस मामले में पाल्ली ट्रांसपोर्ट व अनूप ट्रांसपोर्ट के संचालक ने लिखित प्रतिवेदन देकर अपनी सफाई दी है. मामले में पुलिस ने कार्रवाई की है इसलिए सभी जानकारी पुलिस के पास भेजी जाएगी. उनका कहना है कि जब्त किए गए कोयले के कागजातों की पूरी जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.
वहीं पुलिस अधीक्षक दीपक झा का कहना है कि छापामार कार्रवाई के बाद 50 हजार टन कोयला जब्त हुआ है, उनका कहना है कि जब्त कोयले के कागजात मांगे गए हैं और कागजातों की जांच के बाद संबंधित लोगों की गिरफ्तारी की जाएगी. कोल संग्रहण केन्द्रों में जब्त किए गए कोयले के मामले में कई गड़बडियां पाई गई है और इन गड़बडिय़ों में मौके पर पाए गए कोयले के कागजात नहीं दिए गए थे. इसलिए संबंधित लोगों से समय सीमा के भीतर कोयले के कागजात मांगे गए है और नहीं देने पर और आगे की कार्रवाई की जाएगी.