सक्ती. जिला बनने के बाद सक्ती में अब एसपी सहित पुलिस विभाग के कई बड़े अधिकारी बैठने लगे हैं. ऐसे में लोगों के मन में ये उम्मीद थी कि सक्ती में अब पुलिस का दबाव और कार्यवाही अपराधियों पर देखने को मिलेगा और सक्ती से अपराध का सफाया होगा, लेकिन जिला बनने के 6 महीने बाद भी पुलिस की कार्यप्रणाली कटघरे में नजर आ रही है. भाजपा नेता ने भी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है.

सक्ती पुलिस पर बार-बार यह आरोप लग रहा है कि पुलिस की कार्यवाही केवल गरीब और मजदूरों पर ही दिखती है. धन्ना सेठों के आगे पुलिस की कार्यवाही कमजोर हो जा रही है. सक्ती में कई ऐसे मामले हैं, जो इस बात को साबित कर रही है.

सटोरियों के खिलाफ अब तक कार्रवाई नहीं

हाल ही में दो ऐसे हाई प्रोफाइल मामले सामने आए हैं, जिसमें सक्ती पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है. पहला मामला सटोरियों के पक्ष लेने का है, जिसमें सटोरियों के खिलाफ एफआईआर करने के लिए आईटी के अधिकारियो द्वारा दी गई रिपोर्ट पर आज तक कार्रवाई नहीं की गई. साथ ही इस मामले में पुलिस के आला अधिकारी भी जानकारी देने से बच रहे हैं. सटोरियों के खिलाफ क्या कार्यवाही की जा रही है, इसकी जानकारी न तो सक्ती के थाना प्रभारी दे रहे हैं और न ही जिले के एसपी दे रहे. पुलिस के इस रवैए ने एक बात तो स्पष्ट कर दी है कि सक्ती में सटोरियों के खिलाफ कार्यवाही करने में सक्ती पुलिस बौनी साबित हो रही है.

भू-माफियाओं के भी हौसले बुलंद

दूसरा मामला भूमाफियाओं से जुड़ा हुआ है, जिसमें सक्ती के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष बीजेपी नेता संजय रामचंद्र ने बौनी पुलिस की कार्यवाही को देखते हुए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, ग्रह मंत्री, पंचायत और स्वास्थ्य मंत्री को लिखित में शिकायत की है, जिसमें जमीन हेराफेरी मामले में फरार चल रहे पटवारी कुंज बिहारी बैसवाड़े की गिरफ्तारी की मांग की है. आपको बता दें कि जमीन हेराफेरी के मामले में कुंजबिहारी अभी तक पुलिस की पकड़ से बाहर है.

2021 का है जमीन का मामला

संजय रामचंद्र ने अपने पत्र के माध्यम से बताया है कि मामला 4 सितंबर 2021 का है. धारा 420, 467, 468, 471, 34 भादवि में हेमलता बंसल पति जगदीश बंसल एवं पटवारी कुंजबिहारी बैसवाडे के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध हुआ था. इसमें हेमलता बंसल अग्रिम जमानत पर है. उच्च न्यायालय से आरोपी पटवारी की जमानत याचिका खारिज हो गई है, लेकिन आज तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. लगभग 1 वर्ष से अधिक बीत जाने के बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने से आरोपी के हौसले बुलंद हैं.

आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की मांग

बीजेपी नेता संजय रामचंद्र ने मांग की है कि सक्ती थाना के अपराध में संलिप्त आरोपी की गिरफ्तारी जल्द से जल्द हो. मामला जमीन की कूटरचना कर अपने नाम करने का है, जिसकी शिकायत के बाद प्रशासन की ओर से तहसीलदार शिवकुमार डनसेना ने सक्ती थाने में मामला दर्ज कराया था, लेकिन सक्ती पुलिस इस मामले में भी आंखों में पट्टी बांधे बैठी है.

जवाब देने से बच रहे जिम्मेदार अधिकारी

इस मामले की जानकारी लेने सक्ती एएसपी गायत्री सिंह और थाना प्रभारी प्रवीण राजपूत को कई बार फोन भी लगाया गया, लेकिन उनके द्वारा फोन नहीं उठाया गया.