प्रीत शर्मा, मंदसौर। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण रोकने प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन लगा हुआ है. लोगों को घरों पर ही रहकर कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे का प्रयास किया जा रहा है. इसके तहत जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा लॉकडाउन में बिना वजह घूमने वालों को सबक सिखाया जा रहा है. इस कड़ी में चालानी और एक दिन के लिए अस्थाई जेल भेजने जैसे कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा जिले की पुलिस ऐसे लोगों के लिए अलग-अलग तरह तरीके से सजा तय कर रही है. मंदसौर पुलिस अब बेवजह घरों से निकलकर सड़कों पर घूमने वालों को बैलून( फुग्गे) फुलवाने की सजा दे रही है.

कभी उठक-बैठक तो कभी सड़क पर लोगों को योग करवाया जा रहा

जिला पुलिस द्वारा कोरोना कर्फ्यू में बेवजह घरों से निकलने वालों को रोज नई नई सजाएं दे रही है. कभी उठक-बैठक लगवाई जा रही है, तो कभी सड़क पर लोगों को योग करवाया जा रहा है. मन्दसौर पुलिस ने सजा देने का नया तरीका अख्तियार किया है. यह लोगों के लिए सजा कम और मजा ज्यादा बन गया है.

लड़कों के साथ साथ युवतियों से भी बैलून फुलवाए

बुधवार को सड़क पर कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन कर रहे लोगों को पकडऩे निकली मंदसौर पुलिस लोगों से बैलून यानी फुग्गे फुलवाती नजर आई है. पुलिस द्वारा दी जा रही इस सजा से लोग स्वयं आश्चर्यचकित होते नजर आए. पुलिस ने लड़कों के साथ साथ युवतियों से भी बैलून फुलवाए.

फुग्गा फुलाने से स्वास्थ्य का अनुमान लग जाता है
शहर के प्रतापगढ़ पुलिया पर की गई इस कार्यवाही पर आरआई विजयकांत शुक्ला का कहना है कि बेवजह घूमने वालों के स्वास्थ्य का इससे पता चल जाता है. जो लोग आसानी से फुग्गा फुला लेते हैं, उन्हें आगे संक्रमित होने का खतरा बताकर घरों पर ही रहने की नसीहत दी जाती है, और जो लोग नहीं फुला पाते उन्हें चिकित्सक से इलाज करवाने की सलाह दी जा रही है.