प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। छत्तीसगढ़ में पुलिस विभाग की बड़ी लापरवाही और चूक सामने आई है. जिन खतरनाक कैदियों को कड़े सुरक्षा के बीच गिरफ्तार कर जेल से कोर्ट में पेशी के लिए लाया जाता है उन पर जिला पुलिस मेहरबान दिखी. कैदियों को पुलिस वैन में दरवाजे खोलकर पेशी के लिए ले जाया गया. ऐसे में ये कैदी किसी भी वक्त पुलिस को चकमा देकर वैन से फरार हो सकते थे. लेकिन वहां मौजूद जिला बल के पुलिस को यह सुध नहीं आया कि वो वैन का दरवाजा बंद कर लें. ऐसे में पुलिस क्या जब कैदी फरार हो जाएंगे, तभी सुध लेंगे. वो तो गनीमत थी कि ऐसा कुछ नहीं हुआ.

मामला कवर्धा का है. जिला जेल कवर्धा से जिला सत्र न्यायालय में कैदियों को पेशी के लिए ले जाया जा रहा था. पुलिस वेन में हत्या, रेप, लूटपाट करने वाले खतरनाक 7 कैदी मौजूद थे. शहर से लगभग तीन किलोमीटर के दूरी पर जिला जेल है. इसके पहले जिला जेल से कैदी फरार हो चुके है. जेल में एक कैदी की हत्या भी हो चुकी है. इसके बावजूद भी पुलिस द्वारा कैदियों के प्रति कोताही बरती जा रही है.

इस मामले में जब हमने डीएसपी घनश्याम कामड़े से बात की तो उन्होंने कहा कि यह एक घोर लापरवाही है. ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी.

वहीं जेल अधीक्षक कबीरधाम के डीडी टोण्डर का कहना है जिन कैदियों को पेशी में न्यायालय ले जाते है वो जिला बल के पुलिस जवान होते हैं. जेल में जब तक कैदी रहता है उसकी जिम्मेदारी हमारी रहती हैं. जेल से बाहर पेशी में ले जाते समय जिला बल पुलिस निगरानी करती है.  उस दौरान कैदियों कुछ भी होता है या गाड़ी से कूदकर कही भाग जाते है पुलिस विभाग की जिम्मेदारी होती है. मेरे जवान की पेशी ड्यूटी इमरजेंसी में ही कोर्ट ले जाते है. इसकी जानकारी लल्लूराम डॉट कॉम की माध्यम से मेरे को मिली है. इस बात की सूचना एसपी तक पहुंचाया जाएगा.

वीडियो…

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