अंबिकापुर। सरगुजा में कल से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है. वीडियो में एक पुलिसकर्मी के साथ कुछ लोग झूमाझटकी करते नज़र आ रहे हैं. जिस पर ख़बर आई कि एक प्रधान आरक्षक के ऊपर किसी व्यक्ति ने, जो मुर्गा व्यवसायी है, गुटखा खाकर थूक दिया और पुलिसकर्मी के विरोध करने पर सभी मुर्गा व्यवसायी एक होकर आरक्षक को धमकाने लगे और कहा कि अगर तुम वर्दी में नहीं होते तो जान से मार देते. यहां तक कि थूकने वाले ने अपने चार पहिया वाहन को आरक्षक पर चढाने की कोशिश भी की.

घटना तो हुई है इसमें कोई शक की गुंजाइश नहीं. पर सच्चाई इन उडती खबरों के उलट है. लेकिन शायद वीडियो को अच्छे से देखा  जिसे शायद कुछ लोगों ने खबर बनाने से पहले समझने की कोशिश नहीं की. वीडियो में साफ़ तौर पर दिख रहा है कि एक पुलिसकर्मी जो वर्दी में है, अपने आसपास के लोगों को धमकी दे रहा है.  उस माहौल में जो बातें वीडियो में सामने आ रही है. उससे साफ़ समझ में आ रहा है कि पुलिसकर्मी को व्यवसायी धमकी नहीं दे रहा, बल्कि पुलिसकर्मी की गुंडई सामने आई है. बीच सड़क पर किसी व्यक्ति को पीटने के बाद उक्त आरक्षक अपनी अकड़ और धौंस दिखाने व्यवसायियों के बीच चला गया, जहां इस तरह की स्थिति निर्मित हुई.

अंबिकापुर के मणिपुर पुलिस चौकी में पदस्थ आरक्षक सतीश सिंह ड्यूटी के बाद अपने घर पुलिस लाइन की तरफ जा रहा था. रास्ते में मरिन ड्राइव के पास जहां चिकन मार्केट  है, वहां एक व्यक्ति छोटा हाथी वाहन में मुर्गा लोड कर रहा था. ड्राइवर गुटका खाकर बिना देखे लापरवाहीपूर्वक थूक दिया. जिसके छींटे बगल से गुजर रहे दबंग पुलिसकर्मी सतीश सिंह के ऊपर पड़ गए. इस बात से दोनों में कहा-सुनी हो गई. जिस पर ड्राइवर ने गलती को स्वीकार करते हुए माफ़ी भी मांग ली. बावजूद इसके पुलिसकर्मी अपनी धौंस दिखाते हुए ड्राइवर को धमकाने लगा.

वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस वाले और व्यापारियों में कहासुनी हो गई. उसके बाद पुलिस वाले से जब कहा गया कि वर्दी का रौब न झाड़े तो पुलिस वाले ने  अपनी वर्दी उतार ली और फिल्मी अंदाज़ में चुनौती दी इसके बाद उसने ये भी स्वीकार किया कि किसी व्यापारी को उसने थप्पड़ मारा है.

वायरल का पूरा सच जानने के लिए देखिए यह वीडियाे.

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